सरकार की मुस्तैदी से उप्र में डेंगू काबू में है : योगी

लखनऊ,  उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को दावा किया कि उनकी सरकार द्वारा समय पर उठाए गए कदमों के कारण राज्य में डेंगू नियंत्रण में है।

मुख्यमंत्री ने डेंगू के बढ़ते मामलों को लेकर समाजवादी पार्टी (सपा) के सदस्यों द्वारा दिये गये कार्य स्थगन के नोटिस पर राज्य विधानसभा में कहा, “सरकार द्वारा समय पर उठाए गए कदमों के कारण डेंगू नियंत्रण में है। सभी जिलों को ‘ब्लड सेपरेटर यूनिट’ दी गई हैं।”

उन्होंने कहा कि उनकी सरकार संचारी और जल जनित बीमारियों की जांच के लिए साल में तीन बार विशेष अभियान चला रही है।

योगी ने मुख्य विपक्षी दल सपा पर कटाक्ष करते हुए कहा, “हम चेहरा, जाति या धर्म देखकर मदद नहीं करते हैं, बल्कि हर जरूरतमंद नागरिक को मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से सहायता प्रदान करते हैं।”

आदित्यनाथ ने सपा पर हमला करते हुए कहा, ‘समस्या सभी मुद्दों का राजनीतिकरण करने, समाज में अव्यवस्था और असंतोष पैदा करने की है। हमने इसे कोरोना के दौरान भी देखा है जब आप लोग ‘मोदी वैक्सीन’ (टीका) बताकर वैक्सीन लेने के खिलाफ लोगों को गुमराह कर रहे थे।’

विपक्ष के नेता अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री के विस्तृत स्पष्टीकरण पर पलटवार करते हुए कहा, ‘ऐसा लगता है कि मुख्यमंत्री जी ने एमबीबीएस की डिग्री प्राप्त कर ली है।’

उन्होंने दावा किया, “ प्रदेश के किसी भी अस्पताल में मरीजों को इलाज नहीं मिल रहा है। राजधानी के ही एक अस्पताल में इलाज नहीं मिलने से एक पूर्व सांसद के बेटे की मौत हो गयी।”

इससे पहले नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव, सपा सदस्य लालजी वर्मा और अन्य ने मुद्दा उठाते हुए आरोप लगाया कि अपर्याप्त इंतजाम के कारण प्रदेश में डेंगू से हजारों लोगों की मौत हो चुकी है।

उन्होंने राज्य के उपमुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक पर अन्य मुद्दों में अधिक रुचि लेने और अन्य विभागों के कामकाज पर अपनी ऊर्जा लगाने का भी आरोप लगाया।

उन्होंने डेंगू से जान गंवाने वालों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये का मुआवजा देने और निजी अस्पतालों में इलाज पर हुए खर्च की भरपाई करने की भी मांग की।

नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने कहा, “ जो सरकार डेंगू जैसी बीमारी का इलाज नहीं करा पा रही है, वह एक हजार अरब की अर्थव्यवस्था का सपना देख रही है। अस्पतालों में डेंगू के मरीजों के लिए एम्बुलेंस, स्ट्रेचर और बेड उपलब्ध नहीं हैं।”

यादव ने कहा, “यह सरकार की अक्षमता के कारण हुआ, जिसके कारण मरीजों को सरकारी अस्पतालों में इलाज न मिलने पर निजी अस्पतालों में जाने के लिए मजबूर होना पड़ा।”

उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने आरोप लगाया कि सपा सदस्य शोर मचाने में अधिक रुचि रखते हैं।