फर्नीचर का ले आउट करें, समझदारी से

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फर्नीचर और घर एक दूसरे के पूरक हैं। यदि घर में फर्नीचर आवश्यकता अनुसार नहीं है तो घर खाली खाली लगता है और यदि फर्नीचर आवश्यकता से अधिक है तो घर अधिक भरा भरा लगता है। फर्नीचर घर में उचित स्थान पर रखा है तो अच्छा लगता है और फर्नीचर इधर उधर पड़ा हो और आते जाते ठोकर लगती हो तो वही फर्नीचर बुरा लगता है।

आइए देखें फर्नीचर को हम जहां रख रहे हैं, क्या वह उचित स्थान पर है या नहीं क्योंकि घर में रखा फर्नीचर घर में रहने वाले लोगों के आराम पर प्रभाव डालता है और साथ ही कमरों में उनका कितना उपयोग उचित या अनुचित है, यह भी दर्शाता है।

फर्नीचर रखते समय यह ध्यान रखें कि जिन कमरों या घर के जिन स्थानों पर अधिक मूवमेंट हो, वहां ऐसा फर्नीचर हो जो आते जाते टकराए नहीं। बस वहां ऐसा फर्नीचर रखें जिनका प्रयोग अक्सर होता हो जैसे लाॅबी में, रसोई में छोटा स्टूल, बाथरूम में नहाने के लिए पटड़ा और छोटा सा कार्नर जहां आप शैम्पू, साबुन रख सकें।

फर्नीचर रखते समय यह भी ध्यान में रखें कि कमरों में फर्नीचर उस तरीके से लगाया जाये कि आपको बहुत मोड़ों से घूमकर न आना पड़े। फर्नीचर रखने के बाद इतना स्पेस रखें कि दो लोग आराम से मूव कर सकें।

घर के प्रवेश द्वार से आना जाना अधिक होता है। ऐसे में इस हिस्से को साफ रखें और फ्री रखें। इसी प्रकार सीढ़ियों के सामने भी जगह खुली रखें ताकि आने जाने में परेशानी न हो और किसी भी चीज से हम टकराएं नहीं।

त बुजुर्गों और बच्चों के कमरों में फर्नीचर लो लेवल वाला रखें ताकि उन्हें उतरने चढ़ने में आसानी रहे। बेड भी अधिक चैड़े न रखें कि कमरा भरा भरा लगे और उन्हें चलने में कठिनाई न हो।

त स्टूल आदि ऐसे कार्नर में रखें जहां से सुविधानुसार प्रयोग में लाए जा सकें और किसी को ठोकर भी न लगे। लाॅबी और लिविंग रूम में फर्नीचर हल्का रखें ताकि आसानी से इधर उधर खिसकाया जा सके।

त डाइनिंग टेबल को रखते समय यह सोचें कि कुर्सियों पर बैठने और उठने के लिए कितना स्थान चाहिए। उसी अनुसार जगह छोड़ें। कम से कम दो फीट की जगह अतिरिक्त होनी चाहिए।

त यदि बेड रूम में अलमारियों के वार्डरोब स्लाइडिंग हांे तो दरवाजा खोलने की समस्या नहीं होती। अगर वो दरवाजा खुलने वाले हों तो पलंगों से इतनी दूरी रखें ताकि वार्डरोब के दरवाजे आसानी से खुल सकें। बैडरूम के साइड पर दो आराम कुर्सियां जरूरी रखें क्योंकि कभी-कभी बैडरूम में गेस्ट आ जाएं तो उनको बैठाने के लिए उचित स्थान दे सकें।
त बैडरूम में वार्डरोब पर शीशा लगवायें ताकि तैयार होने में आसानी रहे और फालतू फर्नीचर भी न रखना पड़े।

बच्चों और बुजुर्गों के कमरे में तीखे कोने वाला फर्नीचर और कांच का फर्नीचर न रखें। उनके फर्नीचर गोलाई लिए हों।