25 मई 1983 को श्रीनगर के कश्मीरी पंडित परिवार में जन्मे कुणाल खेमू के पिता रवि और मां ज्योति अपन वक्त में एक्टर रहे हैं। कुणाल ने विले पार्ले के एसवीकेएम नर्सी मोनाजी कॉलेज से कॉमर्स में ग्रेजुएशन किया है।
कुणाल जब सिर्फ 04 साल के थे, उन्होंने एक बाल कलाकार के तौर पर वेद राही निर्देशित दूरदर्शन धारावाहिक ’गुल गुलशन गुलफाम’ (1987) से कैरियर की शुरूआत की। इसके बाद वह ’चित्रकथाएं’ (1989) के पहले एपीसोड में नजर आए।
महेश भट्ट की ’सर’ (1993) के जरिये कुणाल खेमू ने सिल्वर स्क्रीन पर पहली दस्तक दी। उसके बाद वो ’हम हैं राही प्यार के’ (1993) ’राजा हिंदुस्तानी’ (1996) ‘जुड़वां’ (1997) ‘दुश्मन’ (1998) और ’जख्म’ (1998) जैसी फिल्मों में नजर आए। अजय देवगन स्टारर फिल्म ’जख्म’ (1998) से उन्हें घर-घर में पहचान मिल गई।
’कलयुग’ (2005) में पहली बार कुणाल खेमू को बतौर लीड एक्टर अवसर मिला। उनकी यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर अच्छी खासी हिट रही। लेकिन यह फिल्म कुणाल के केरियर में रफ्तार नहीं ला पाई। इसके बाद उन्होंने ’ट्रेफिक सिग्नल’ (2007) ’ढोल’ (2007) ’गोलमाल 3’ (2010) ’गो गोवा गोन’ (2013) ’गोलमाल अगेन’ (2017) ’सिंबा’ (2018) ’कलंक’ (2019) ‘मलंग’ (2020) ‘लूटकेस’ (2020) जैसी कई अच्छी फिल्में कीं। इस साल उनकी फिल्म ‘कंजूस मख्खीचूस’ (2023) आई।
एक अच्छे कलाकार होने के बावजूद कुणाल खेमू के पास ज्यादा काम नहीं है। जी 5 की वेब सिरीज ‘अभय’ के तीन सीजन कर चुके कुणाल की इस साल एक वेब सिरीज ‘पॉप कौन ?’ आई। लेकिन उसे ऑडियंस का ज्यादा अच्छा रिस्पॉंस नहीं मिल सका।
कुणाल खेमू ने अपने जमाने की बेहद ग्लैमरस एक्ट्रेस शर्मिला टैगोर की बेटी और सैफ अली खान की बहन सोहा अली खान के साथ काफी वक्त तक लिवइन रिलेशन में रहने के बाद, 25 जनवरी 2015 को शादी की थी। सोहा उम्र में, कुणाल से 4 साल बड़ी हैं। दोनों की पहली मुलाकात 2009 में ‘फिल्म 99’ के सेट पर हुई थी। धीरे-धीरे उनकी मुलाकात का सिलसिला बढ़ता चला गया और दोनों एक-दूसरे के बेहद करीब आ गए।
कुणाल खेमू, कॉमेडी किरदारों में खूब सराहे जाते रहे हैं। करण जौहर की फ्लॉप फिल्म कलंक’ (2019) में अब्दुल खान के नेगेटिव किरदार में भी कुणाल के काम को काफी पसंद किया गया था।
मोहित सूरी की ’मलंग’ (2020) में, आदित्य रॉय कपूर, अनिल कपूर और दिशा पटानी के साथ, कुणाल एक स्पेशल सेल के पुलिस ऑफीसर माइकल रोड्रिग्ज के किरदार में नजर थे, जिसे दर्शकों ने काफी पसंद किया । कुणाल खेमू हमेशा जटिल भूमिकाओं के साथ पूरा न्याय करने की कोशिश करते हैं। उनकी वह कोशिश ’मलंग’ (2020) में साफ तौर पर महसूस की गई।
कुणाल खेमू बार बार साबित करते रहे हैं कि वह छोटे छोटे किरदार करने वाले एक बड़े अभिनेता हैं। अब तक अपने कैरियर में तमाम शानदार फिल्में करने वाले कुणाल को वह मुकाम हासिल नहीं हुआ जिसके वह हकदार हैं।