सिंगापुर, अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए) के महानिदेशक डॉ. अजय माथुर ने कहा कि वैश्विक सौर ऊर्जा परियोजनाओं में निवेश बढ़ रहा है और इस साल इसके 380 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक होने की उम्मीद है।
माथुर ने सिंगापुर इंटरनेशनल एनर्जी वीक के मौके पर यह बात कही।
डॉ. माथुर ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘ अच्छी बात यह है कि निवेश प्रवाह बढ़ रहा है। पिछले पूरे वर्ष में यह करीब 310 अरब अमेरिकी डॉलर था। इस वर्ष पहली छमाही में 235 अरब अमेरिकी डॉलर का निवेश आया है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ हमें उम्मीद है कि इस साल यह 380 अरब डॉलर से अधिक होगा।’’
आईएसए के कार्यों पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा, ‘‘ हमारा लक्ष्य है कि प्रत्येक सदस्य देश में हम सौर ऊर्जा को पसंदीदा ऊर्जा बनाएं। इस वर्ष के अंत तक आईएसए के सदस्य देशों की संख्या 116 से बढ़कर 120 हो जाएगी।’’
उन्होंने कहा कि चुनौती दूरदराज के क्षेत्रों तक पहुंचने के वास्ते छोटे सौर संयंत्रों के लिए निवेश हासिल करने की है क्योंकि अभी तक करीब 74 प्रतिशत निवेश ओईसीडी (आर्थिक सहयोग एवं विकास संगठन) और चीन में बड़े पैमाने की परियोजनाओं में किया गया है।
डॉ. माथुर ने कहा, ‘‘ पूरे अफ्रीका को कुल निवेश का केवल दो से तीन प्रतिशत मिला है।’’
उन्होंने कहा कि दो-तिहाई निवेश बड़े सौर संयंत्रों में किया गया है, छोटी परियोजनाओं में नहीं।
आईएसए के महानिदेशक ने कहा, ‘‘ हमें ऊर्जा भंडारण सुविधाओं के साथ-साथ सौर, पनबिजली और बैटरी सहित अन्य क्षेत्रों में बहुत अधिक निवेश करने की जरूरत है।’’
डॉ. माथुर ने कहा कि पश्चिम एशियाई देशों को ऊर्जा के विकास में एक बड़ी भूमिका निभाते देखा गया है। उन्होंने अबू धाबी फ्यूचर एनर्जी कंपनी एमएएसडीएआर का उदाहरण दिया, जिसने 2006 में स्थापित होने के बाद से 40 देशों में नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं में निवेश किया है।
उन्होंने कहा, ‘‘ हमने ओमान और सऊदी अरब में सौर ऊर्जा में नया निवेश देखा है। ये सभी आने वाले कल के नए सौर उत्पादक होंगे।’’