बांग्लादेश और अफगानिस्तान के बीच रोमांचक मुकाबले की उम्मीद

धर्मशाला, छह अक्टूबर (भाषा) टूर्नामेंट से पहले अंदरूनी मतभेद का सामना करने वाली बांग्लादेश की टीम शनिवार को जहां जब अफगानिस्तान के खिलाफ विश्व कप में अपने अभियान की शुरुआत करेगी तो इस मुकाबले के काफी रोमांचक होने की उम्मीद है।



सफेद गेंद के प्रारूप में बांग्लादेश की टीम काफी प्रतिस्पर्धी है लेकिन हाल में टीम के दो सबसे बड़े खिलाड़ियों कप्तान शाकिब अल हसन और तमीम इकबाल के बीच मतभेद खुलकर सामने आए और टीम को इससे उबरना होगा।



विश्व कप टीम से तमीम के बाहर होने के बाद टूर्नामेंट की शुरुआत से पहले दोनों स्टार खिलाड़ियों के बीच वाकयुद्ध देखने को मिला।



तमीम को 15 सदस्यीय टीम में जगह नहीं देने का कारण चयनकर्ताओं ने इस सलामी बल्लेबाज की पीठ की चोट को बताया लेकिन एक खेल चैनल से बात करते हुए साकिब ने खुलासा किया कि तमीम ने अफगानिस्तान के खिलाफ विश्व कप के पहले मैच में तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने से इनकार कर दिया था।



स्टार ऑलराउंडर शाकिब ने तमीम को ‘बचकाना’ भी कहा और कहा कि वह टीम के लिए खेलने वाले खिलाड़ी नहीं हैं जिससे यह अनुभवी सलामी बल्लेबाज नाराज हो गया।

कुछ खिलाड़ियों के चोटिल होने के बावजूद बांग्लादेश की टीम में अनुभव और प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। टीम के पास शाकिब, तेज गेंदबाज मुस्ताफिजुर रहमान, विकेटकीपर बल्लेबाज मशफिकुर रहीम और लिट्टन दास और ऑलराउंडर महमूदुल्लाह हैं जो दबाव की स्थिति में भी मैच का रुख बदलने में सक्षम हैं।



टीम के पास इस साल उसके लिए सर्वाधिक 698 रन बनाने वाले नजमुल शंटो, तास्किन अहमद, शरीफुल इस्लाम और तौहीद हृदय जैसे युवा बल्लेबाज हैं जो टीम को संतुलन प्रदान करते हैं।



बांग्लादेश का सबसे मजबूत पक्ष हालांकि उसके स्पिनर हैं। टीम के पास साकिब, मेहदी हेसन मिराज, मेहदी हसन और नासुम अहमद जैसे स्पिनर हैं जो भारत की अनुकूल पिचों पर किसी भी बल्लेबाजी क्रम को परेशान कर सकते हैं।



मुस्ताफिजुर टीम के तेज गेंदबाजी आक्रमण की अगुआई करेंगे जबकि उसके पास तास्किन, शरीफुल और हसन महमूद जैसे तेज गेंदबाज हैं जो अच्छी गति से गेंदबाजी कर सकते हैं।



अफगानिस्तान की बात करें तो 2017 में आईसीसी की पूर्ण सदस्यता हासिल करने के बाद टीम ने काफी प्रगति की है। विश्व कप में हालांकि टीम का रिकॉर्ड अच्छा नहीं है जहां वह 15 मैच में एकमात्र जीत स्कॉटलैंड के खिलाफ दर्ज कर पाया है।



अफानिस्तान हालांकि 2019 विश्व कप के अपने प्रदर्शन से प्रेरणा ले सकता है जब वह भारत और पाकिस्तान जैसी बड़ी टीमों को हराने के करीब पहुंचा था।



हशमतुल्लाह शाहिदी की अगुआई वाली टीम का स्पिन विभाग काफी मजबूत है। टीम के पास मोहम्मद नबी, राशिद खान, मुजीब उर रहमान और नर अहमद जैसे बेहतरीन स्पिनर हैं।



मुजीब को नई गेंद से गेंदबाजी का मौका भी मिल सकता है।



अफगनिस्तान को हालांकि बल्लेबाजी में अधिक निरंतरता लाने की जरूरत है।



टीमें इस प्रकार हैं:

बांग्लादेश: शाकिब अल हसन (कप्तान), लिट्टन दास, तंजीद हसन तमीम, नजमुल हुसैन शंटो, तौहीद हृदय, मुशफिकुर रहीम, महमूदुल्लाह रियाद, मेहदी हसन मिराज, नासुम अहमद, महेदी हसन, तास्किन अहमद, मुस्ताफिजुर रहमान, हसन महमूद, शरीफुल इस्लाम और तंजीम हसन साकिब।

अफगानिस्तान: हशमतुल्लाह शाहिदी, रहमानुल्लाह गुरबाज, इब्राहिम जादरान, रियाज हसन, रहमत शाह, नजीबुल्लाह जादरान, मोहम्मद नबी, इकराम अलीखिल, अजमतुल्ला उमरजई, राशिद खान, मुजीब उर रहमान, नूर अहमद, फजलहक फारूकी, अब्दुल रहमान और नवीन उल हक।