मुंबई,भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) लोगों को सुरक्षित भोजन उपलब्ध कराने के मकसद से देशभर के रेहड़ी-पटरी वालों (स्ट्रीट वेंडस) के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रमों का विस्तार कर रहा है। एफएसएसएआई के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) जी कमला वर्धन राव ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
सड़क किनारे बने ढाबे में सुरक्षित भोजन सुनिश्चित करने के मकसद से रणनीति बनाने के लिए वृहन मुंबई नगर निगम (एमसीजीएम) के आयुक्त भूषण वर्षा अशोक गगरानी की अध्यक्षता में मुंबई में एक बैठक हुई।
नियामक के बयान के अनुसार, बैठक में एफएसएसएआई के सीईओ और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया। इसमें महानगर में स्वस्थ और स्वच्छ खाने वाली सड़कों (एचएचएफएस) का विकास कर मुंबई में सड़क पर बिकने वाले खाने-पीने के सामान के लिए वैश्विक सुरक्षा और स्वच्छता मानक सुनिश्चित करने पर ध्यान दिया जाएगा।
बैठक में ठाणे, नागपुर, नासिक और पुणे नगर निगमों के प्रतिनिधि भी शामिल हुए। बैठक में रेहड़ी-पटरी वालों द्वारा बेचे जा रहे खाद्य पदार्थों के लिए सुरक्षित, स्वस्थ और टिकाऊ भोजन सुनिश्चित करने के मुद्दे पर चर्चा की गई।
राव ने कहा कि एफएसएसएआई का खाद्य सुरक्षा प्रशिक्षण और प्रमाणन (एफओएसटीएसी) कार्यक्रम खाद्य परिचालकों को नवीनतम खाद्य सुरक्षा और स्वच्छता प्रथाओं के ज्ञान से लैस करता है।
उन्होंने कहा, ‘‘एफएसएसएआई देशभर में प्रशिक्षण कार्यक्रमों को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ा रहा है, जिससे मुंबई में प्रशिक्षित स्ट्रीट वेंडर की संख्या में भी बड़ी वृद्धि होगी।’’
शहरी विकास विभाग के प्रमुख सचिव के एच गोविंदराज और एफएसएसएआई पश्चिम क्षेत्र की क्षेत्रीय निदेशक प्रीति चौधरी भी शहर में खाद्य सुरक्षा उपायों को मजबूत करने की रणनीतियों पर चर्चा करने के लिए 13 अगस्त, 2024 को आयोजित महत्वपूर्ण बैठक में शामिल हुए।