नयी दिल्ली, 16 अगस्त (भाषा) देश के सबसे बड़े ऋणदाता भारतीय स्टेट बैंक ने सभी अवधियों के लिए ‘मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स-बेस्ड लेंडिंग रेट’ (एमसीएलआर) में 0.1 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है, जिससे अधिकतर उपभोक्ता ऋण महंगे हो गए हैं।
बैंक ने लगातार तीसरी बार ब्याज दर में वृद्धि की है।
एसबीआई की वेबसाइट पर मौजूद जानकारी के अनुसार, एक वर्ष की अवधि के लिए मानक एमसीएलआर अब 8.95 प्रतिशत पर निर्धारित की गई है, जबकि पहले यह दर 8.85 प्रतिशत थी। एमसीएलआर का इस्तेमाल मोटर वाहन और व्यक्तिगत जैसे अधिकतर उपभोक्ता ऋणों के मूल्यांकन में किया जाता है।
एमसीएलआर तीन साल के लिए 9.10 प्रतिशत और दो साल के लिए 9.05 प्रतिशत होगी।
इसके अलावा एक महीने, तीन महीने और छह महीने की अवधि के लिए ब्याज दरें 8.45-8.85 प्रतिशत के दायरे में हैं। ‘ओवरनाइट’ अवधि के लिए एमसीएलआर 8.10 प्रतिशत के मुकाबले 8.20 प्रतिशत होगी।
नई दरें 15 अगस्त 2024 से लागू हो गईं।
ब्याज दरों में यह वृद्धि ऐसे समय में की गई है जब कुछ दिन पहले ही भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने इस महीने की शुरुआत में लगातार नौवीं बार अपनी नीति गत दर को 6.5 प्रतिशत पर यथावत रखा था।