नयी दिल्ली, 15 अगस्त (भाषा) सेबी ने प्रस्ताव दिया है कि ऐसे पंजीकृत निवेश सलाहकार और शोध विश्लेषक, जो अपनी सेवाओं में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) टूल का इस्तेमाल करते हैं, उन्हें इस बारे में अपने ग्राहकों को बताना चाहिए।
बाजार नियामक ने साथ ही डेटा जोखिम से बचने के लिए मजबूत सुरक्षा उपायों के महत्व पर जोर दिया है।
इस प्रस्ताव से ग्राहकों को यह समझने में मदद मिलेगी कि एआई टूल उनके निवेश निर्णयों में कैसे योगदान करते हैं।
शेयर कारोबारी मंच ट्रेडजिनी के सीओओ त्रिवेश डी ने पीटीआई-भाषा को बताया कि अनपेक्षित डेटा जोखिम की आशंका के चलते मजबूत सुरक्षा उपायों की जरूरत है और इस संबंध में ग्राहकों को स्पष्ट रूप से जानकारी देनी चाहिए।
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने इस महीने की शुरुआत में अपने परामर्श पत्र में निवेश सलाहकार (आईए) और शोध विश्लेषक (आरए) सेवाओं में एआई टूल के बढ़ते उपयोग का जिक्र किया था।
तकनीकी नवाचारों के साथ कई एआई उपकरण वर्तमान में चैटबॉट के रूप में उपलब्ध हैं जैसे कि ओपन एआई का चैटजीपीटी, गूगल का जैमिनी आदि।