नयी दिल्ली, 15 अगस्त (भाषा) दिल्ली के गृह मंत्री कैलाश गहलोत ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर छत्रसाल स्टेडियम में राष्ट्रीय ध्वज फहराया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल मौजूद नहीं थे और गहलोत ने केजरीवाल को ‘आधुनिक वक्त का स्वतंत्रता सेनानी’ करार दिया।
गहलोत ने कहा कि उन्हें इस बात का दुख है कि दिल्ली के निर्वाचित मुख्यमंत्री झंडा नहीं फहरा सके क्योंकि वह जेल में हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘इस झंडे के नीचे खड़े होकर मैं गर्व से कह सकता हूं कि अरविंद केजरीवाल आधुनिक समय के स्वतंत्रता सेनानी हैं क्योंकि उन्होंने जेल जाकर दिल्ली के लोगों के लिए काम करने की सजा स्वीकार की लेकिन वह लोकतंत्र विरोधी ताकतों के सामने न तो झुके और न ही टूटे।’’
गहलोत ने कहा कि देश को आजादी इसलिए नहीं मिली कि एक निर्वाचित मुख्यमंत्री को जेल में डाला जाए, बल्कि यह आजादी अशिक्षा, गरीबी, बेरोजगारी और बीमारियों को हराने के लिए मिली है।
उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने दिल्ली में लोगों को गुणवत्तापरक शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, मुफ्त बिजली और विश्व स्तरीय परिवहन सुविधाएं प्रदान करके देश को इन बुराइयों से मुक्त करने का प्रयास शुरू किया।
केजरीवाल को आबकारी नीति मामले में 21 मार्च को गिरफ्तार किया गया था और फिलहाल वह तिहाड़ जेल में बंद हैं।
गहलोत ने कहा कि भारत का लोकतंत्र इतना मजबूत है कि कोई भी ताकत इसे कमजोर नहीं कर सकती। उन्होंने इसके उदाहरण के तौर पर पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की जेल से रिहाई का जिक्र किया।
सिसोदिया को पिछले वर्ष 26 फरवरी को आबकारी नीति मामले में गिरफ्तार किया गया था। उच्चतम न्यायालय ने हाल ही में उन्हें जमानत दी जिसके बाद वह जेल से बाहर आए।
गहलोत ने कहा कि आम आदमी पार्टी के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार केजरीवाल की इच्छाओं के अनुरूप मुफ्त बिजली, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा और महिलाओं को बस यात्राओं की सुविधा देना जारी रखेगी।