इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश प्रवाह जुलाई में नौ प्रतिशत घटकर 37,113 करोड़ रुपये

नयी दिल्ली, नौ अगस्त (भाषा) इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश प्रवाह जुलाई महीने में मासिक आधार पर नौ प्रतिशत घटकर 37,113 करोड़ रुपये रहा है। बड़ी, लघु एवं मझोली कंपनियों से जुड़े शेयरों में निवेश में कमी से कुल प्रवाह कम रहा।

गिरावट के बावजूद जुलाई में शुद्ध रूप से निवेश प्रवाह का आंकड़ा किसी एक महीने में दूसरा सर्वाधिक है। जून में निवेश प्रवाह 40,608 करोड़ रुपये था।

एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) के आंकड़ों के अनुसार यह लगातार 41वां महीना है जब इक्विटी फंड में शुद्ध रूप से निवेश प्रवाह बढ़ा है।

एसआईपी यानी व्यवस्थिति निवेश योजना के जरिये मासिक योगदान जुलाई में बढ़कर अबतक के सर्वाधिक 23,332 करोड़ रुपये पर पहुंच गया जो इससे पिछले माह में 21,262 करोड़ रुपये था।

एएमएफआई के मुख्य कार्यपालक अधिकारी वेंकट चालसानी ने कहा, ‘‘यह खुदरा निवेशकों के बीच बढ़ते वित्तीय अनुशासन को दर्शाता है। इससे उन्हें समय के साथ व्यवस्थित रूप से अच्छा-खासा कोष बनाने में मदद मिलती है।’’

कुल मिलाकर म्यूचुअल फंड उद्योग में समीक्षाधीन महीने में 1.9 लाख करोड़ रुपये का प्रवाह हुआ, जबकि जून में 43,637 करोड़ रुपये की निकासी हुई थी। यह प्रवाह इक्विटी के साथ-साथ बॉन्ड योजनाओं में निवेश के जरिये हुआ।

इस निवेश के साथ उद्योग की प्रबंधन अधीन परिसंपत्तियां (एयूएम) जुलाई के अंत में 65 लाख करोड़ रुपये हो गईं, जो जून के अंत में 61.15 लाख करोड़ रुपये थीं।

आईटीआई म्यूचुअल फंड के कार्यवाहक सीईओ हितेश ठक्कर ने कहा, ‘‘वित्तीय परिसंपत्तियों की हिस्सेदारी तेजी से बढ़ रही है। वित्तीय परिसंपत्तियों के अंतर्गत म्यूचुअल फंड बाजार की हिस्सेदारी अपेक्षाकृत अधिक है। म्यूचुअल फंड व्यक्तिगत निवेशकों के लिए कोष सृजित करने और दीर्घकालिक वित्तीय योजना को अमलीजामा पहनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। मुझे भरोसा है कि अगले तीन-चार साल में म्यूचुअल फंड उद्योग में निवेशकों की संख्या 10 करोड़ को पार कर जाएगी और प्रबंधन अधीन संपत्तियां भी नई ऊंचाई पर होंगी।’’