जालना (महाराष्ट्र), आरक्षण विवाद के बीच वंचित बहुजन अघाड़ी (वीबीए) के प्रमुख प्रकाश आंबेडकर ने दावा किया है कि ‘निजामी मराठा’ अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के लिए निर्धारित आरक्षण को छीनने की कोशिश कर रहे हैं।
अपनी ‘आरक्षण बचाओ यात्रा’ के तहत प्रकाश आंबेडकर ने मंगलवार को यहां एक जनसभा में कहा कि आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में ओबीसी को ऐसी साजिशों को विफल करना चाहिए।
उन्होंने मराठा समुदाय को ओबीसी के तहत सरकारी नौकरियों एवं शिक्षा में आरक्षण देने की मांग कर रहे आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जरांगे पर भी निशाना साधा।
महाराष्ट्र सरकार ने उन्हें (मराठों को) एक अलग श्रेणी के तहत 10 प्रतिशत आरक्षण देने के लिए फरवरी में एक कानून बनाया था।
कैबिनेट मंत्री छगन भुजबल समेत ओबीसी नेताओं ने पिछड़े समुदायों के लिए मौजूदा आरक्षण में किसी भी तरह की कटौती करने संबंधी कदम का विरोध किया है।
वीबीए प्रमुख ने 25 जुलाई को मुंबई की चैत्यभूमि से अपनी यात्रा शुरू की थी जिसका समापन बुधवार को छत्रपति संभाजीनगर में होगा।
प्रकाश आंबेडकर ने कहा, ‘‘निजामी मराठा ओबीसी आरक्षण छीनने की कोशिश कर रहे हैं।’’
वह पिछली हैदराबाद रियासत पर निजाम के शासन के ऐतिहासिक संदर्भ को रख रहे थे। हैदराबाद रियासत में मराठवाड़ा क्षेत्र भी शामिल था।
वीबीए प्रमुख ने दावा किया कि सत्ता में और विपक्ष में बैठे दलों के मराठा नेता आगामी विधानसभा चुनाव के बाद ओबीसी आरक्षण प्रणाली को कमजोर करने की साजिश रच रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अक्टूबर में प्रस्तावित विधानसभा चुनाव में ओबीसी को उनकी साजिश को विफल करना चाहिए।
प्रकाश आंबेडकर ने कहा कि ओबीसी आरक्षण दांव पर लगा है। उन्होंने लोगों से ओबीसी आरक्षण को कमजोर करने की “साजिश” को विफल करने के लिए ओबीसी और वीबीए से 100 सदस्यों को महाराष्ट्र विधानसभा में भेजने का आग्रह किया।
ओबीसी कार्यकर्ता नवनाथ वाघमारे भी रैली में मौजूद थे। वाघमारे ने ओबीसी आरक्षण की रक्षा के लिए लक्ष्मण हाके के साथ 10 दिन की भूख हड़ताल की थी।
वाघमारे ने छगन भुजबल जैसे वरिष्ठ नेताओं का अनादर करने के लिए जरांगे पर निशाना साधा। उन्होंने सत्ता में बैठे मराठा नेताओं पर जरांगे की “अनुचित मांगों” का समर्थन करने का भी आरोप लगाया।