नयी दिल्ली, पांच अगस्त (भाषा) वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को कहा कि वित्त वर्ष 2023-24 में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की मुद्रा ऋण श्रेणी से जुड़ी गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां (एनपीए) घटकर 3.4 प्रतिशत रह गयी है।
उन्होंने प्रश्नकाल के दौरान लोकसभा में एक पूरक प्रश्न के उत्तर में कहा कि यह 2020-21 में 4.77 प्रतिशत, 2019-20 में 4.89 प्रतिशत और 2018-19 में 3.76 प्रतिशत रहा।
सीतारमण ने मुद्रा ऋण से जुड़े एनपीए के संबंध में सवालों को जवाब दिया।
वित्त मंत्री ने सदन को बताया कि वित्त वर्ष 2023-24 में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का मुद्रा लोन पर एनपीए घटकर 3.4 फीसदी हो गया है।
उन्होंने आगे कहा कि निजी क्षेत्र के वाणिज्यिक बैंकों में मुद्रा ऋण एनपीए 2020-21 में 1.77 प्रतिशत के उच्चतम स्तर और 2018-19 में 0.67 प्रतिशत से गिरकर 2023-24 में 0.95 प्रतिशत हो गया।
मुद्रा ऋण की ब्याज दरों के बारे में सीतारमण ने कहा कि वे विभिन्न बैंकिंग क्षेत्रों में भिन्न-भिन्न हैं। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में 9.15 प्रतिशत से 12.80 प्रतिशत के बीच दर है, जबकि निजी क्षेत्र के बैंकों में यह 6.96 प्रतिशत से 28 प्रतिशत तक है।