नयी दिल्ली, भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के ब्याज दर पर निर्णय, वृहद आर्थिक आंकड़ों और वैश्विक बाजारों के रुख से इस सप्ताह शेयर बाजारों की दिशा तय होगी। विश्लेषकों ने यह राय जताई है।
विश्लेषकों ने कहा कि इसके अलावा विदेशी निवेशकों की गतिविधियां और कंपनियों के पहली तिमाही के नतीजे बाजार की दिशा के लिए महत्वपूर्ण रहेंगे। सेवा क्षेत्र के एचएसबीसी पीएमआई (खरीद प्रबंधक सूचकांक) आंकड़ों की घोषणा सोमवार को होगी।
स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट लि. के शोध प्रमुख संतोष मीणा ने कहा, ‘‘इस सप्ताह सभी की निगाह वैश्विक बाजारों पर रहेगी। लंबे समय की स्थिरता के बाद अब बाजार में कमजोरी का कुछ संकेत दिखने लगा है। इससे भारतीय बाजार की मजबूती की परख होगी, जो तरलता की बेहतर स्थिति की वजह से अभी तक जुझारू बना हुआ है।’’
मीणा ने कहा कि घरेलू मोर्चे पर आठ अगस्त को आने वाली रिजर्व बैंक की मौद्रिक समीक्षा बैठक महत्वपूर्ण रहेगी।
उन्होंने कहा कि पहली तिमाही के नतीजों के आखिरी दौर से बाजार में कुछ शेयर विशेष गतिविधियां देखने को मिल सकती हैं। इसके अलावा संस्थागत प्रवाह भी बाजार की दिशा के लिए महत्वपूर्ण रहेगा।
सप्ताह के दौरान भारती एयरटेल, बीईएमएल, ओएनजीसी, एनएचपीसी, भारतीय जीवन बीमा निगम और एमआरएफ जैसी बड़ी कंपनियां अपने तिमाही नतीजों की घोषणा करेंगी।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘आगे चलकर ऊंचे मूल्यांकन की वजह से बाजार में कुछ कमजोरी आ सकती है। इस सप्ताह आरबीआई की मौद्रिक समीक्षा बैठक से ब्याज दरों के परिदृश्य पर कुछ संकेत मिलेगा। फिलहाल केंद्रीय बैंक ब्याज दरों पर यथास्थिति बरकरार रख सकता है।’’
पिछले सप्ताह बिकवाली दबाव के बीच बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स शुक्रवार को 885.60 अंक या 1.08 प्रतिशत गिरकर 80,981.95 अंक पर बंद हुआ था। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 293.20 अंक या 1.17 प्रतिशत फिसलकर 24,717.70 अंक रहा था।
विश्लेषकों ने कहा कि बाजार भागीदारों की निगाह वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों के उतार-चढ़ाव तथा डॉलर के मुकाबले रुपये के रुख पर भी रहेगी।