जमशेदपुर, असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने शुक्रवार को झारखंड की झामुमो नीत गठबंधन सरकार पर राज्य में ‘‘अपनी वोट बैंक की राजनीति को आगे बढ़ाने’’ के लिए घुसपैठ के मुद्दे पर ‘‘चुप्पी साधने’’ का आरोप लगाया।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के झारखंड चुनाव सह-प्रभारी शर्मा ने कहा कि घुसपैठ रोकना सिर्फ केंद्र सरकार की नहीं, बल्कि सभी की जिम्मेदारी है।
शर्मा ने यहां तुलसी भवन में भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि असम, पश्चिम बंगाल और त्रिपुरा के बाद झारखंड की जनसांख्यिकी तेजी से बदल रही है, लेकिन झारखंड की गठबंधन सरकार तुष्टीकरण के लिए इस मुद्दे पर चुप है।
झारखंड में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होना है।
शर्मा ने दावा किया, ‘‘राज्य के संथाल परगना क्षेत्र में बांग्लादेशी घुसपैठ चरम पर है। वे आदिवासियों और दलितों की ज़मीनें हड़प रहे हैं तथा उन पर अत्याचार कर रहे हैं।’’
उन्होंने कहा कि राज्य के 20 विधानसभा क्षेत्रों में बांग्लादेशी घुसपैठियों की संख्या 20 प्रतिशत से बढ़कर 48 प्रतिशत हो गई है।
असम के मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘अगर यह परिपाटी जारी रही तो वह दिन दूर नहीं जब घुसपैठिए विधानसभाओं में बैठेंगे।’’
शर्मा ने कहा कि राज्य में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) नीत गठबंधन सरकार के खिलाफ लोगों में ‘‘भारी नाराजगी’’ है। उन्होंने कहा कि भाजपा ही एकमात्र पार्टी है जो झारखंड की ‘‘गौरवशाली संस्कृति और परंपरा’’ तथा इसके जल, जंगल और जमीन की रक्षा कर सकती है