सौन्दर्य और त्वचा संबंधी समस्याओं में मुंहासों की समस्या किशोरावस्था की सबसे आम समस्या है। एक तरह से कहें तो यह समस्या विश्वव्यापी समस्या है। यह समस्या ऐसी समस्या है, जिसने युवा, लड़के और लड़कियों को तनाव ग्रस्त कर दिया है। हालांकि मुंहासे अस्थायी समस्या है। मुंहासे किसी को कम तो किसी को ज्यादा निकलते हैं। बहरहाल मुंहासे कोई रोग या विकार नहीं, बल्कि युवावस्था में आये शारीरिक परिवर्तन के अंतर्गत आने वाला ही एक परिवर्तन है, मुंहासों से चेहरे की त्वचा हमारी अज्ञानता के कारण ही बिगड़ती है। यदि समय पर त्वचा की सुरक्षा की जाये और थोड़ी सावधानी रखी जाये तो आप भी युवावस्था में सुन्दर त्वचा के साथ अपने जीवन को खूबसूरत बना सकते हैं:- त्वचा को मुंहासों से मुक्त करने हेतु उपाय- दिन में कम से कम पांच बार चेहरे को धोयें। रोमछिद्रों को खोलने हेतु क्लींजर का प्रयोग करें। पौष्टिक भोजन के साथ फल, दूध व अंकुरित दालों का सेवन करें। कम से कम 6 से 8 घन्टे की नींद लें। नियमित रूप से व्यायाम करें। रात को सोने से पूर्व नियमित रूप से एंटीसेप्टिक क्रीम या एंटी एक्ने ब्लेमिश क्रीम लगाएं। मुंहासों की समस्या उत्पन्न न हो इसके लिए धूल-मिट्टी व प्रदूषण के प्रभाव से बचें। तनावग्रस्त न रहे, तनाव भी मुंहासों की समस्या का महत्वपूर्ण कारण होते है। कब्ज की समस्या उत्पन्न न होने दें। चेहरे को भाप दें, ताकि रोमछिद्र खुल सकें। दिन में लगभग 3 बार एन्टीसेप्टिक लोशन से त्वचा को साफ करें। त्वचा पर दिन में एक बार किसी अच्छे फेस पैक का प्रयोग करें। त्वचा को लगभग 3 से 4 बार औषधि युक्त साबुन से धोयें। नीम के पत्तों को पीस कर उसका पेस्ट चेहरे पर लगायें, यह पैक मुंहासे से मुक्ति दिलाने में अत्यन्त सहायक होता है। क्या न करें मुंहासों को कभी नोचें या फोड़े नहीं, ऐसा करने से त्वचा पर दाग-धब्बे पढऩे का भय रहता है। साबुन का प्रयोग बार-बार न करें। सौन्दर्य प्रसाधनों का प्रयोग न करें, आवश्यक अवस्था में मेकअप सावधानी पूर्वक करें। इसके अतिरिक्त किसी अन्य के सौंदर्य प्रसाधनों का प्रयोग कभी न करें। किसी अन्य के तौलिया, रूमाल का प्रयोग कभी न करें। मीट, चाय, काफी आदि का प्रयोग कभी न करें।