राजस्थान सभी क्षेत्रों में आगे बढ़े, इसके लिए मिलजुल कर करेंगे प्रयास : राज्यपाल

जयपुर, 31 जुलाई (भाषा) राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ किसनराव बागडे ने बुधवार को कहा कि राजस्थान में उच्च शिक्षा के सुदृढ़ीकरण के लिए प्रयास किए जाएंगे।

उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा में गुणवत्ता के साथ विद्यार्थियों की बौद्धिक क्षमता विकास के लिए कार्य किये जाएंदे।

बागडे ने कहा कि कुलाधिपति के रूप में उनका प्रयास रहेगा कि राजस्थान के विश्वविद्यालय पूरे देश में और विश्व भर में रैंकिंग में आगे रहे। यहां के विश्वविद्यालय ऊंचाई पर जाए, यह प्राथमिकता रहेगी।

बागडे राजभवन में शपथ ग्रहण के बाद संवाददाताओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में छत्रपति संभाजी नगर में और दूसरे स्थानों पर बहुत से राजस्थानी रहते हैं। महाराष्ट्र और राजस्थान का एक निकट का नाता बना हुआ है।

राज्यपाल ने कहा कि वे प्रयास करेंगे कि दोनों के रिश्तों में मिलजुलकर सहकारिता की सोच के तहत राष्ट्र की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए कार्य किया जाए।

उन्होंने कहा कि सहकारिता के अंतर्गत सोच बदलने के लिए कार्य होगा। राज्यपाल ने कहा कि दुग्ध व्यवसाय से भी उनका निकट का नाता रहा है। गरीब लोगों को, जिनके पास खेती भी नहीं है। उनके लिए यह व्यवसाय बहुत लाभकारी हो सकता है। ऐसे लोगों को दुग्ध व्यवसाय में आगे बढाने के लिए कार्य होगा।

बागडे ने कहा कि ओलंपिक में कई वर्षों से भारतीय खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। ओलंपिक में भारत का नाम हो, इसके लिए खिलाड़ियों को सुविधाएं प्रदान करने की दिशा में कार्य किया जाएगा।

राज्यपाल ने नयी शिक्षा नीति के अंतर्गत उद्यमिता को प्रोत्साहन देने वाले पाठ्यक्रमों को बढ़ावा देकर कार्य करने की भी बात कही।

उन्होंने कहा कि युवाओं को कृषि और पारम्परिक व्यवसायों के लिए कौशल विकास से जोड़ा जाए।

उन्होंने कहा कि जनजातीय क्षेत्रों में सहकारिता आंदोलन कैसे गति पकड़े, इसके लिए विशेष प्रयास करेंगे।

उन्होंने कहा कि कुलाधिपति के रूप में वह शिक्षा के व्यवसायीकरण और निजी क्षेत्र के अंतर्गत शिक्षा की अव्यवस्थाओं को दूर करने के लिए हर संभव प्रयास करेंगें। राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर देश में ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ के लिए महती कार्य हुए हैं। राजभवन में राजस्थान में रहने वाले दूसरे प्रदेशों के निवासियों से भी राजभवन का सतत संपर्क और संवाद रहे ताकि उनकी सहभागिता से राजस्थान को सभी क्षेत्रों में अग्रसर किया जा सके।

उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र और सहकारिता क्षेत्र में राजस्थान महत्वपूर्ण कार्य कर रहा है।

बागडे ने कहा कि मेरा प्रयास रहेगा कि इन क्षेत्रों से जुड़ी गतिविधियों का जनजातीय बाहुल्य क्षेत्रों में विषेष क्रियान्वयन किया जाए।

उन्होंने कहा कि गौरवशाली परम्पराओं और देश के पहले स्वाधीनता सेनानी महाराणा प्रताप की आन-बान और शान की इस धरती पर राज्यपाल के रूप में कार्य करने का अवसर मिला है।

राज्यपाल ने कहा कि मैं शिवाजी महाराज की गौरव भूमि महाराष्ट्र से आया हूं। उन्होंने कहा कि जिस परिवेश में पला-बढ़ा हूं, उसके अंतर्गत जनता से सदा सीधे सरोकार रहा है। राजनीति में इसी उद्देश्य से आना हुआ कि सार्वजनिक क्षेत्र में जन-कल्याण के लिए अपने को समर्पित करूं।

उन्होंने राजस्थान को ‘भक्ति’ और ‘शक्ति’ का संगम स्थल बताते हुए कहा कि इस वीर प्रसूता भूमि पर मुझे कार्य करने का अवसर मिल रहा है। मैं इसे अपना सौभाग्य मानता हूं। प्रयास करूंगा कि सभी को साथ लेकर संविधान प्रमुख के अपने पद के दायित्व का पूरी निष्ठा से निर्वहन करूं।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर प्रारंभ ‘विकसित भारत 2047’ के लक्ष्य को जल्द से जल्द प्राप्त करने के लिए कृषि और सहकारिता को केन्द्र में रखकर कार्य करने मेरी प्राथमिकता रहेगी।

राज्यपाल ने कहा कि प्रयास रहेगा कि जनजातीय क्षेत्रों के विकास के अंतर्गत केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन करवाकर उनके लिए व्यावहारिक रूप में कार्य करूं।

उन्होंने कहा कि मैंने राजस्थान का बजट देखा है। इसमें सहकारिता और कृषि क्षेत्र में विकास के लिए बहुत अच्छे प्रावधान है। प्रयास करेंगे कि इसके अनुरूप राजस्थान सभी क्षेत्रों में आगे बढ़े।