‘एलओपी’ का मतलब ‘लीडर ऑफ प्रोपेगैंडा’ नहीं होता : अनुराग ठाकुर

नयी दिल्ली,  भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद अनुराग ठाकुर ने मंगलवार को लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए कहा कि उन्हें यह पता होना चाहिए कि ‘एलओपी’ (विपक्ष के नेता) का मतलब ‘लीडर ऑफ प्रोपेगैंडा’ (दुष्प्रचार के नेता) नहीं होता है।

उन्होंने बजट पर चर्चा में भाग लेते हुए यह भी कहा कि राहुल गांधी को ‘रील का नेता’ नहीं बनना चाहिए और यह समझना चाहिए कि ‘रीयल नेता’ बनने के लिए सच बोलना पड़ता है।

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कांग्रेस नेता पर निशाना साधते हुए कहा कि जो ‘‘एक्सीडेंटल हिंदू’’ हैं, उनका महाभारत का ज्ञान भी ‘‘एक्सीडेंटल’’ है।

उन्होंने कहा, ‘‘एक नेता ने ‘कमल’ पर कटाक्ष किया। न जाने क्या दिक्कत है। कमल को बुरा दिखाने का प्रयास किया गया। जनता ने हमें लगातार तीसरी बार सत्ता में बैठाने का काम किया है।’’

कमल भाजपा का चुनाव चिह्न है।

ठाकुर ने आरोप लगाया, ‘‘आप (राहुल) कमल का अपमान नहीं कर रहे हैं, आप भगवान शिव, बुद्ध का अपमान कर रहे हैं।’’

उन्होंने कटाक्ष किया, ‘‘केवल रील के नेता मत बनिए, रीयल नेता बनने के लिए सच बोलना पड़ता है।’’

उन्होंने कांग्रेस सांसद शशि थरूर के एक उपन्यास का हवाला देते हुए कहा कि महाभारत और भारत की तुलना करके क्या लिखा गया है, उसे राहुल गांधी को पढ़ना चाहिए।

ठाकुर ने कहा, ‘‘जिस पार्टी के सर्वेसर्वा आप हैं वही कौरव पार्टी है।’’

उन्होंने दावा किया कि अपने उपन्याय में थरूर ने अपने ही सांसद को ‘धृतराष्ट्र’ बताया है।

भाजपा नेता ने आपातकाल का उल्लेख करते हुए कहा कि दुशासन और दुर्योधन ने भी कभी आपातकाल नहीं लगाया था।

उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस के पहले चक्रव्यूह ने देश का विभाजन कराया, दूसरे चक्रव्यूह ने चीनियों को सौगात दी, तीसरे चक्रव्यूह ने देश में आपातकाल लगाया, चौथे चक्रव्यूह ने ‘बोफोर्स’ घोटाला और सिखों का नरसंहार किया, पांचवें चक्रव्यूह ने सनातन के खिलाफ विमर्श गढ़ा, छठे चक्रव्यूह ने देश की राजनीति, संस्कृति और परंपरा को नुकसान पहुंचाया।

ठाकुर ने कहा कि सातवें चक्रव्यूह का नाम वह नहीं लेंगे।

उन्होंने कटाक्ष किया, ‘‘इस उपन्यास के बारे में राहुल जी को पता चलेगा तो कहीं वे थरूर पर कार्रवाई न कर दें।’’

भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के लिए ओबीसी का मतलब ‘ओनली फॉर ब्रदर इन लॉ कमीशन’ है।

उन्होंने दावा किया, ‘‘वह ‘लीडर ऑफ अपोजिशन’ का मतलब नहीं जानते हैं। एलओपी का मतलब लीडर ऑफ प्रोपेगैंडा नहीं होता है।’’

उन्होंने दावा किया कि कांगेस से जुड़े एक पूर्व प्रधानमंत्री ने ओबीसी को आरक्षण देने का विरोध किया था।

ठाकुर ने बजट की सराहना करते हुए कहा कि यह केवल केंद्रीय बजट नहीं, बल्कि जनभावनाओं का बजट है।

राहुल गांधी ने सोमवार को केंद्र सरकार पर हिंदुस्तान को अभिमन्यु की तरह चक्रव्यूह में फंसाने का आरोप लगाया था और कहा था कि विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) इस चक्रव्यूह को तोड़ेगा।

उन्होंने लोकसभा में केंद्रीय बजट पर चर्चा में भाग लेते हुए यह दावा भी किया था कि इस बजट में चंद पूंजीपतियों के एकाधिकार और लोकतांत्रिक ढांचे को नष्ट करने वाले राजनीतिक एकाधिकार को मबजूती प्रदान की गई है, जबकि युवाओं, किसानों तथा मध्यम वर्ग को नजरअंदाज कर दिया गया है।