नयी दिल्ली, हिमाचल प्रदेश के मंडी से भाजपा की सांसद कंगना रनौत ने केंद्र सरकार से हिमाचल प्रदेश की गृह निर्माण कला और अन्य लोक कलाओं को बढ़ावा देने की मांग की, शिमला के भाजपा सांसद ने सेब की खेती को फसल बीमा योजना के दायरे में लाने की मांग की, वहीं कांग्रेस के दीपेंद्र हुड्डा ने अर्द्धसैनिक बलों के लिए पुरानी पेंशन योजना को लागू करने की मांग की।
शून्यकाल में विभिन्न सदस्यों ने लोक महत्व के और अपने-अपने क्षेत्रों के मुद्दे उठाए।
रनौत ने सरकार से मांग की कि मंडी और हिमाचल प्रदेश की गृह निर्माण कला शैली, भेड़ और याक की ऊन से वस्त्र बनाने की कला, हिमाचल के संगीत, स्पीति और किन्नौर के आदिवासी वस्त्रों को बढ़ावा दिये जाने की मांग की।
उन्होंने कहा, ‘‘हिमाचल प्रदेश की विभिन्न लोक कलाएं विलुप्त होती जा रही हैं। सरकार उनके विषय में कदम उठाए।’’
कांग्रेस के अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने पंजाब में मादक पदार्थ तस्करी की समस्या का मुद्दा उठाया और नशीले पदार्थों की तस्करी, इनके प्रसार और इनके लिए जिम्मेदार लोगों के संदर्भ में सदन में चर्चा कराने का अनुरोध किया।
मुख्य विपक्षी पार्टी के दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने सरकार से केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की पुरानी पेंशन योजना लागू करने की मांग पर ध्यान देने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री की ओर से अर्द्धसैनिक बलों के कर्मियों को साल में सौ दिन के अवकाश का आश्वासन दिया गया था लेकिन अभी तक 60 दिन का ही अवकाश दिया जाता है, सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए।
उन्होंने हर राज्य में अर्द्धसैनिक बोर्ड का गठन करने की मांग भी की।
शिमला से भाजपा सांसद सुरेश कुमार कश्यप ने हिमाचल प्रदेश में सेब की खेती को फसल बीमा योजना के तहत लाने की मांग की। उन्होंने कहा कि इससे सेब उत्पादकों की फसलों के नुकसान की भरपाई हो सकेगी।
छत्तीसगढ़ के महासमुंद से भाजपा की सांसद रूप कुमार चौधरी ने अपने राज्य में धान की कटाई के बाद पराली होने की समस्या का मुद्दा उठाया।