मुंबई, करगिल विजय दिवस के 25 वर्ष पूरे होने पर एक पूर्व महिला सेना अधिकारी ने श्रीनगर से द्रास तक 160 किलोमीटर की दौड़ पूरी की।
लेफ्टिनेंट कर्नल (सेवानिवृत्त) वर्षा राय ने चार दिन के अंदर 160 किलोमीटर की दूरी दौड़ते हुए पूरा की।
उन्होंने पीटीआई-भाषा से कहा, ”मैंने उन बहादुरों के सम्मान में दौड़ लगाई है जिन्होंने देश के लिए अपना जीवन बलिदान कर दिया।”
लेफ्टिनेंट कर्नल राय श्रीनगर से द्रास सेक्टर तक दौड़ लगाते हुए करगिल युद्ध स्मारक पहुंची। उन्होंने 19 जुलाई को अपनी यात्रा शुरू की थी और यह 22 जुलाई को समाप्त हुई। उनके साथ चिनार वारियर्स मैराथन टीम भी थी। करगिल युद्ध स्मारक पहुंचने पर राय ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
वर्षा राय के पति भी सेना अधिकारी हैं और वह कश्मीर में तैनात हैं।
वह प्रतिदिन औसतन 40 किलोमीटर की रफ्तार से दौड़ती थी। श्रीनगर से शुरू करने के बाद वह दूसरे दिन वुसन पहुंची जहां से उन्होंने 9,000 फुट की ऊंचाई पर सोनमर्ग तक दौड़ लगाई।
वर्षा राय तीसरे दिन कश्मीर घाटी को लद्दाख क्षेत्र से जोड़ने वाले श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग पर 11649 फुट ऊंचे जोजिला दर्रे को पार कर मतायेन तक पहुंचीं और उसके बाद चौथे दिन वह द्रास स्थित स्मारक पहुंचीं।
उन्होंने बताया, ”जब करगिल युद्ध शुरू हुआ तो मैं सातवीं कक्षा में पढ़ती थी और मेरे पिता कर्नल केशव राय अपनी पूरी टीम के साथ रातोंरात (सीमा पर) चले गए थे। वह दस वर्ष पहले सेवानिवृत्त हुए हैं।”
राय ने कहा, ”हमारे जैसे सैनिक परिवारों के लिए इसके बाद अनिश्चितता, नुकसान और निराशा के दिन आए। यह दौड़ मेरे लिए सिर्फ एक निजी यात्रा नहीं थी, बल्कि करगिल युद्ध के दौरान बहादुरी से लड़ने वाले जवानों के अदम्य साहस के लिए श्रद्धांजलि थी।”
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करगिल विजय दिवस के 25 वर्ष पूरे होने पर आयोजित होने वाले समारोह में शामिल होने के लिए 26 जुलाई को लद्दाख आएंगे।
भारत और पाकिस्तान के बीच वर्ष 1999 में करगिल युद्ध हुआ था। भारत के वीर सपूतों ने जम्मू-कश्मीर के कारगिल की चोटियों से पाकिस्तानी सेना को खदेड़कर बाहर निकाला था।