मुंबई, 24 जुलाई (भाषा) वित्तीय एवं बैंकिंग शेयरों में बिकवाली और प्रतिभूति लेनदेन कर (एसटीटी) एवं अल्पावधि पूंजीगत लाभ कर में बढ़ोतरी से बुधवार को स्थानीय शेयर बाजार में लगातार चौथे कारोबारी सत्र में गिरावट आई।
बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित मानक सूचकांक सेंसेक्स 280.16 अंक यानी 0.35 प्रतिशत की गिरावट के साथ 80,148.88 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 678.53 अंक तक फिसलकर 79,750.51 अंक पर आ गया था।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का सूचकांक निफ्टी भी 65.55 अंक यानी 0.27 प्रतिशत गिरकर 24,413.50 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स की कंपनियों में बजाज फिनसर्व में नतीजे उम्मादों के मुताबिक नहीं रहने से इसके शेयर में दो प्रतिशत की गिरावट आई। बजाज फाइनेंस, हिंदुस्तान यूनिलीवर, कोटक महिंद्रा बैंक, अदाणी पोर्ट्स, एक्सिस बैंक और भारतीय स्टेट बैंक के शेयर भी गिरावट के साथ बंद हुए।
इसके उलट टेक महिंद्रा, आईटीसी, एनटीपीसी, टाटा मोटर्स और सन फार्मा के शेयर बढ़त के साथ बंद हुए। बजट में तंबाकू उत्पादों पर कोई नया कर नहीं लगाने की घोषणा से आईटीसी के शेयर 52 सप्ताह के उच्चतम स्तर पर पहुंच गए।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘बजट मिले-जुले भाव के साथ गुजर गया है। पूंजीगत लाभ कर में बदलाव अकेले अल्पावधि नकारात्मक आश्चर्य के रूप में सामने आया है। आगे की रफ्तार को दिशा देने वाला कारक नहीं होने से व्यापक बाजार अपनी तेजी गंवाता हुआ नजर आ रहा है।’’
मेहता इक्विटीज लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) प्रशांत तापसे ने कहा, ‘‘ निवेशकों द्वारा बैंकिंग तथा मोटर वाहन शेयरों में अपनी हिस्सेदारी कम करने से मुनाफावसूली जारी रही, जिसके कारण प्रमुख बेंचमार्क सूचकांकों में गिरावट आई…’’
विश्लेषकों का कहना है कि कंपनियों के पहली तिमाही के नतीजे निकट भविष्य का रुझान तय करेंगे।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के प्रमुख (खुदरा-शोध) दीपक जसानी ने कहा, ‘‘ बुधवार को निफ्टी में लगातार चौथे सत्र में गिरावट आई और मई, 2024 के बाद यह इसका सबसे खराब दौर रहा।’’
व्यापक बाजार में बीएसई स्मॉलकैप सूचकांक 1.91 प्रतिशत और मिडकैप 0.68 प्रतिशत चढ़ा।
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग गिरावट के साथ बंद हुए।
यूरोपीय बाजार भी गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे। मंगलवार को अमेरिकी बाजारों में मामूली नुकसान दर्ज किया गया।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने मंगलवार को 2,975.31 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.75 प्रतिशत उछलकर 81.62 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
वित्त वर्ष 2024-25 का मंगलवार को बजट पेश किए जाने के साथ बाजार में बेहद उतार-चढ़ाव देखा गया। वायदा एवं विकल्प सौदों पर एसटीटी को बढ़ाने का प्रस्ताव रखे जाने के बाद सेंसेक्स 1,277.76 अंक यानी 1.58 प्रतिशत तक टूट गया था। हालांकि, बाद में यह अपने नुकसान की काफी हद तक भरपाई करने में सफल रहा था।
सेंसेक्स मंगलवार को 73.04 अंक की हल्की गिरावट के साथ 80,429.04 अंक और निफ्टी 30.20 अंक घटकर 24,479.05 अंक पर बंद हुआ था।