भुवनेश्वर, 12 जुलाई (भाषा) ओडिशा के पुरी में भगवान जगन्नाथ की ‘बाहुड़ा यात्रा’ के दौरान अनुशासनहीनता करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। रथ यात्रा के दौरान भगवान बलभद्र की मूर्ति कुछ सेवादारों पर गिरने की घटना को लेकर उपजे आक्रोश के बीच एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को यह बात कही।
श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) के मुख्य प्रशासक अरबिंद पाधी ने कार्यभार संभालने के बाद कहा कि इस बात का ध्यान रखा जाएगा कि ऐसी घटनाएं दोबारा नहीं हों।
उन्होंने कहा, ‘‘हम उन लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे जो अनुचित व्यवहार में लिप्त पाये जायेंगे। हमने देखा है कि कुछ अनधिकृत व्यक्ति रथों पर चढ़ रहे थे और रथ यात्रा के दौरान मोबाइल फोन ले जा रहे थे, जिसकी अनुमति नहीं है।’’
गुंडिचा मंदिर पहुंचने के बाद रथ से उतारते समय मूर्ति गिरने से 12 सेवादार घायल हो गए थे। आरोप है कि संतुलन बिगड़ने के कारण जब मूर्ति गिरी, उस समय कई सेवादार अपने मोबाइल फोन से फोटो और वीडियो बनाने में व्यस्त थे।
पाधी ने कहा, ‘‘मंदिर प्रबंधन समिति के निर्णय के अनुसार एक समिति गठित की गई है और हमें उसकी रिपोर्ट का इंतजार करना चाहिए।’’
उन्होंने कहा कि विभिन्न सेवादार समूहों के साथ विचार-विमर्श किया गया ताकि अनुष्ठान सुचारू रूप से संपन्न हो सके।
उन्होंने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि वे हमारी छवि खराब नहीं करेंगे, बल्कि हमारी जगन्नाथ संस्कृति को बढ़ावा देंगे।’’
रथ यात्रा सात और आठ जुलाई को आयोजित की गई थी जबकि ‘बाहुड़ा यात्रा’ 15 जुलाई को आयोजित की जाएगी।