प्रधानमंत्री मोदी ने ऑस्टिया के चांसलर से की द्विपक्षीय वार्ता
Focus News 10 July 2024वियना, 10 जुलाई (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को ऑस्ट्रिया के चांसलर कार्ल नेहमर से मुलाकात की और द्विपक्षीय साझेदारी की पूरी क्षमता के दोहन के तरीकों पर चर्चा की। बैठक से पहले मोदी ने कहा कि भारत-ऑस्ट्रिया दोस्ती मजबूत है और आने वाले समय में यह और मजबूत होगी।
मोदी दो दिवसीय यात्रा पर मंगलवार शाम मास्को से यहां पहुंचे। विगत 40 से अधिक वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यह पहली यात्रा है।
मोदी को यहां संघीय सचिवालय में वार्ता से पहले ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ दिया गया। उन्होंने अतिथि पुस्तिका पर हस्ताक्षर भी किए।
ऑस्ट्रिया के विदेश मंत्री एलेक्जेंडर शालेनबर्ग ने यहां पहुंचने पर हवाई अड्डे पर मोदी का स्वागत किया।
मोदी ने मंगलवार को एक निजी कार्यक्रम के दौरान नेहमर से मुलाकात की।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने वियना में दोनों नेताओं की तस्वीरों के साथ ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘भारत-ऑस्ट्रिया साझेदारी में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर! ऑस्ट्रिया के चांसलर कार्ल नेहमर ने एक निजी कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी की मेजबानी की। दोनों नेताओं के बीच यह पहली मुलाकात है। द्विपक्षीय साझेदारी की पूरी क्षमता को साकार करने पर चर्चा आगे होगाी।’’
जायसवाल की ओर से साझा की गई तस्वीरों में से एक में मोदी नेहमर को गले लगाते हुए दिखाई दे रहे हैं जबकि दूसरी तस्वीर में ऑस्ट्रियाई चांसलर प्रधानमंत्री के साथ सेल्फी लेते दिख रहे थे।
नेहमर ने ‘एक्स’ पर अपनी और मोदी की एक तस्वीर पोस्ट की और कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का विएना में स्वागत है! ऑस्ट्रिया में आपका स्वागत करना खुशी और सम्मान की बात है। ऑस्ट्रिया और भारत मित्र और साझेदार हैं। मैं आपकी यात्रा के दौरान राजनीतिक और आर्थिक चर्चाओं की प्रतीक्षा कर रहा हूं।’’
प्रधानमंत्री ने गर्मजोशी से स्वागत के लिए ऑस्ट्रिया के चांसलर को धन्यवाद दिया और कहा कि वह आगामी चर्चाओं को लेकर आशान्वित हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘दोनों देश वैश्विक भलाई के लिए मिलकर काम करना जारी रखेंगे।’’
मोदी ने ‘एक्स’ पर एक अन्य पोस्ट में कहा, ‘‘चांसलर कार्ल नेहमर, वियना में आपसे मिलकर खुशी हुई। भारत-ऑस्ट्रिया की दोस्ती मजबूत है और यह आने वाले समय में और मजबूत होगी।’’
यह 40 से अधिक वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की ऑस्ट्रिया की पहली यात्रा है। वर्ष 1983 में इंदिरा गांधी ने ऑस्ट्रिया की यात्रा की थी।
मोदी की ऑस्ट्रिया यात्रा के दौरान दोनों देश अपने संबंधों को और प्रगाढ़ बनाने और विभिन्न भू-राजनीतिक चुनौतियों से निपटने में करीबी सहयोग के तरीकों पर चर्चा करेंगे।
इससे पहले, प्रधानमंत्री मोदी ने ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘वियना पहुंच गया। ऑस्ट्रिया की यह यात्रा विशेष है। हमारे राष्ट्र साझा मूल्यों और एक बेहतर ग्रह के लिए प्रतिबद्धता से जुड़े हुए हैं। ऑस्ट्रिया में विभिन्न कार्यक्रमों के लिए उत्सुक हूं, जिसमें चांसलर कार्ल नेहमर के साथ बातचीत, भारतीय समुदाय के साथ बातचीत और बहुत कुछ शामिल है।’’
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने इससे पहले कहा था कि जैसा कि दोनों देश इस साल राजनयिक संबंधों की स्थापना की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं, इस महत्वपूर्ण यात्रा से भारत-ऑस्ट्रिया संबंधों में नई गति जुड़ेगी।
ऑस्ट्रियाई कलाकारों ने वंदे मातरम की प्रस्तुति देकर मोदी का स्वागत किया। ऑर्केस्ट्रा का नेतृत्व विजय उपाध्याय ने किया।
उपाध्याय (57) का जन्म लखनऊ में हुआ था। साल 1994 में वह वियना विश्वविद्यालय फिलहार्मनी के निदेशक बने। वह यूरोपीय संघ संस्कृति परियोजनाओं के मूल्यांकन के लिए विशेषज्ञों की जूरी में ऑस्ट्रियाई प्रतिनिधि हैं और भारत के राष्ट्रीय युवा ऑर्केस्ट्रा के संस्थापक और कलात्मक निदेशक हैं।
मोदी ने एक पोस्ट में कहा, ‘‘ऑस्ट्रिया अपनी जीवंत संगीत संस्कृति के लिए जाना जाता है। वंदे मातरम के इस अद्भुत गायन की बदौलत मुझे इसकी झलक मिली!’’ मोदी ने इसके साथ ही इस कार्यक्रम का वीडियो भी साझा किया।
मोदी बुधवार को ऑस्ट्रिया गणराज्य के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर वान डेर बेलन से मुलाकात करेंगे ।
प्रधानमंत्री और चांसलर नेहमार भारत और ऑस्ट्रिया के कारोबारी नेताओं को भी संबोधित करेंगे।
ऑस्ट्रिया रवाना होने से पहले मोदी ने रविवार को कहा था कि लोकतंत्र, स्वतंत्रता तथा कानून के शासन जैसे साझा मूल्य वह आधार हैं जिस पर दोनों देश नजदीकी साझेदारी बनाएंगे।