जयपुर, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के लिए जिस तरह के शब्दों का इस्तेमाल किया वह उनकी (मोदी की) हताशा का परिचायक है।
गहलोत ने कहा कि ऐसा लगता है कि प्रधानमंत्री को ना अपने पद और ना ही सदन की गरिमा की चिंता है।
गहलोत ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, “कल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के लिए जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया वह उनकी हताशा का परिचायक है। ऐसा लगता है कि प्रधानमंत्री जी को ना अपने पद और ना ही सदन की गरिमा की चिंता है।”
गहलोत ने कहा, “ जनता उनकी हताशा को जान चुकी है इसलिए उन्हें गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है।”
मोदी ने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए मंगलवार को राहुल गांधी पर प्रत्यक्ष और परोक्ष दोनों प्रकार से हमले किये।
मोदी ने कहा कि देश में इन दिनों सहानुभूति का खेल और ‘बालक बुद्धि’ का विलाप जारी है, लेकिन इसे कतई नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
गहलोत ने पलटवार करते हुए कहा, “बांसवाड़ा, राजस्थान में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चुनावी रैली में मंगलसूत्र, घुसपैठिया जैसी भाषा में जो भाषण दिया उसके बाद लगातार एक जून तक उनके भाषण नकारात्मक रूप से देशभर में चर्चा में रहे एवं उनकी हार का एक कारण उनकी अनर्गल टिप्पणियां भी रही हैं।”