मुंबई, महाराष्ट्र विधान परिषद के लिए 12 जुलाई को होने वाले द्विवार्षिक चुनाव के सिलसिले में दो निर्दलीय उम्मीदवारों के नामांकन पत्र बुधवार को जांच के दौरान खारिज कर दिए गए। इसके बाद राज्य विधानमंडल के ऊपरी सदन की 11 सीटों के लिए 12 उम्मीदवार मैदान में रह गए हैं।
जिन दो निर्दलीय उम्मीदवारों के नामांकन पत्र खारिज किये गये हैं, उनमें अजय सिंह मोती सिंह सेंगर और अरुण रोहिदास जगताप शामिल हैं।
सभी उम्मीदवारों (सत्तारूढ़ गठबंधन महायुति के नौ और विपक्षी महा विकास आघाडी के तीन) ने मंगलवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया।
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) ने पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे के करीबी सहयोगी मिलिंद नार्वेकर को मैदान में उतारा है।
कांग्रेस ने वर्तमान विधायक पी सातव को उम्मीदवार बनाया है, जबकि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी-शरदचंद्र पवार (राकांपा-एसपी) वर्तमान विधान परिषद सदस्य और पीजेंट्स एंड वर्कर्स पार्टी (पीडब्ल्यूपी) के नेता जयंत पाटिल को समर्थन दे रही है।
ये तीनों पार्टियां महा विकास आघाडी गठबंधन की घटक हैं।
सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पूर्व मंत्री पंकजा मुंडे, अमित गोरखे, सदाभाऊ खोत, योगेश तिलेकर और परिणय फुके को टिकट दिया है।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने पूर्व सांसद कृपाल तुमाने और भावना गवली को मैदान में उतारा है।
उपमुख्यमंत्री अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने राजेश विटेकर और शिवाजीराव गर्जे पर भरोसा जताया है।