जयपुर, एक जुलाई (भाषा) राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सोमवार को कहा कि आज से लागू हुई भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता और भारतीय साक्ष्य अधिनियम ने संविधान की मूल भावना को मजबूत किया है।
शर्मा ने कहा कि देश में लागू नए कानून अपराध मुक्त राजस्थान बनाने तथा शीघ्र एवं सुलभ न्याय के लिए मील का पत्थर साबित होंगे।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अपराध के प्रति ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति पर काम कर रही है।
शर्मा सोमवार को नए आपराधिक कानूनों को आमजन तक पहुंचाने के संबंध में गृह विभाग की उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता की।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयासों से आज एक जुलाई से लागू हुई भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता तथा भारतीय साक्ष्य अधिनियम से संविधान की मूल भावना को बल मिला है।
उनके मुताबिक, पुराने कानूनों में केवल सजा का प्रावधान था, लेकिन अब इन नए कानूनों में न्याय पर जोर दिया गया है।
भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) 2023, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) 2023 और भारतीय साक्ष्य अधिनियम (बीएसए) 2023 सोमवार से पूरे देश में प्रभावी हो गए। इन तीनों कानून ने ब्रिटिश कालीन कानूनों क्रमश: भारतीय दंड संहिता (आईपीसी), दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) और भारतीय साक्ष्य अधिनियम की जगह ली है।
मुख्यमंत्री ने कहा, “इन नए कानूनों के लागू होने से कानून में भारतीयता की आत्मा को दुबारा स्थापित किया गया है। इन नए कानूनों में न्याय की अवधारणा, पीड़ित केन्द्रित सोच तथा त्वरित न्याय के सिद्धांत पर बल दिया गया है।”
बैठक में सभी जिलों से पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारी एवं सीएलजी सदस्य, सुरक्षा सखी, ग्राम रक्षक और पुलिस मित्र तथा आमजन ऑनलाइन माध्यम से जुड़े।
शर्मा ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रत्येक थाने पर इन कानूनों की जानकारी के संबंध में डैशबोर्ड लगाया जाए। साथ ही, नवीन आपराधिक विधियों का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार किया जाए।
बैठक में बताया गया कि सभी पुलिसकर्मियों को इन नए कानूनों के बारे में प्रशिक्षित किया जा रहा है तथा अब तक 51 हजार से अधिक पुलिस कार्मिक इन नए कानूनों का प्रशिक्षण ले चुके हैं। साथ ही, आमजन को सरलतम शब्दों में जानकारी देने के लिए जन-जागरूकता अभियान भी संचालित किया जा रहा है।
बैठक में गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम, पुलिस महानिदेशक यू.आर. साहू, मुख्य सचिव सुधांश पंत भी मौजूद थे।