नयी दिल्ली, 30 जून (भाषा) सार्वजनिक क्षेत्र के पंजाब एंड सिंध बैंक ने कारोबार वृद्धि के लिए योग्य संस्थागत नियोजन (क्यूआईपी) के जरिए चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में 2,000 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बनाई है।
पंजाब एंड सिंध बैंक के प्रबंध निदेशक (एमडी) और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) स्वरूप कुमार साहा ने पीटीआई-भाषा से कहा, “निदेशक मंडल ने पहले ही मंजूरी दे दी है और मर्चेंट बैंकरों को अगस्त तक शामिल कर लिया जाएगा।”
बाजार परिस्थितियों के आधार पर, धन जुटाने का काम दूसरी तिमाही या तीसरी तिमाही में पूरा हो सकता है।
उन्होंने कहा कि क्यूआईपी से बैंक के पूंजी पर्याप्तता अनुपात (सीएआर) को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।
मार्च, 2024 के अंत में बैंक का पूंजी पर्याप्तता अनुपात 17.10 प्रतिशत था।
इसके अलावा, इससे बैंक में सरकार की हिस्सेदारी कम करने में मदद मिलेगी। पंजाब एंड सिंध बैंक में भारत सरकार की 98.25 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
चालू वित्त वर्ष के लिए ऋण वृद्धि परिदृश्य पर साहा ने कहा कि बैंक को परिसंपत्ति बहीखाता में 12-14 प्रतिशत की वृद्धि की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि इसमें खुदरा, कृषि और एमएसएमई (आरएएम) में 15-18 प्रतिशत की वृद्धि देखी जानी चाहिए।
जमा के मामले में उन्होंने कहा कि बैंक को चालू वित्त वर्ष के दौरान देनदारियों में आठ से 10 प्रतिशत की वृद्धि की उम्मीद है।
साहा ने कहा कि बैंक ने संतुष्टि के स्तर को बेहतर बनाने के लिए कई ग्राहक-केंद्रित पहल की हैं। इसके तहत बैंक 50 चिन्हित शाखाओं को मॉडल या स्मार्ट शाखाओं में बदल रहा है।
साहा ने कहा कि बैंक ने महिलाओं के लिए रुपे द्वारा संचालित पीएसबी पिंक डेबिट कार्ड भी पेश किया है, जिसके कई लाभ हैं।