नयी दिल्ली, 17 जून (भाषा) केंद्रीय मंत्री एच डी कुमारस्वामी ने मंगलवार को कहा कि अंतर-मंत्रालयी प्रयास भारत को दुर्लभ खनिज चुंबक के मामले में आत्मनिर्भर बनने का मार्ग प्रशस्त करेंगे।
दुर्लभ खनिज चुंबक का इस्तेमाल इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी), इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरणों, रक्षा और अन्य क्षेत्रों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
कुमारस्वामी ने यहां कोयला एवं खान मंत्री जी किशन रेड्डी के साथ दुर्लभ खनिज चुंबक के मुद्दे पर एक अंतर-मंत्रालयी बैठक की अध्यक्षता करने के बाद यह बात कही।
कुमारस्वामी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा कि दुर्लभ खनिज चुंबक के मुद्दे पर किशन रेड्डी के साथ हुई बैठक में भारी उद्योग मंत्रालय, इस्पात मंत्रालय, खान मंत्रालय, वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय तथा परमाणु ऊर्जा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
उन्होंने कहा, “यह अंतर-मंत्रालयी प्रयास ईवी, इलेक्ट्रॉनिक्स, रक्षा और अन्य क्षेत्रों के लिए महत्वपूर्ण रणनीतिक सामग्रियों में भारत की आत्मनिर्भरता का मार्ग प्रशस्त करेगा।”
प्रमुख धातुओं के निर्यात पर चीन के हाल के प्रतिबंधों ने भारत सहित कई देशों में वाहन और सेमीकंडक्टर चिप के विनिर्माण में व्यापक गतिरोध पैदा किया है।
उद्योग सूत्रों के अनुसार, वाहन उद्योग के 40-50 अधिकारियों के प्रतिनिधिमंडल को अब भी बैठक के लिए चीन से पुष्टि का इंतजार है। यह प्रतिनिधिमंडल भारतीय संस्थाओं को दुर्लभ खनिज चुंबकों के आयात में तेजी लाने के लिए चीन का दौरा करने वाला है।