उप्र की अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने में एमएसएमई उद्यमियों की भूमिका अहम : योगी आदित्यनाथ
Focus News 27 June 2024लखनऊ, 27 जून (भाषा) मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में सूक्ष्म, लघु और मझोले उद्यम मंत्रालय (एमएसएमई) की 90 लाख से अधिक इकाइयां मौजूद हैं और
राज्य की अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने में इसके उद्यमियों की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका है
उन्होंने कहा कि 2017 में प्रदेश, देश की छठे नंबर की अर्थव्यवस्था थी, जो आज दूसरे स्थान पर आ गई है। यही कारण है कि रोजगार देने के मामले में राज्य आज पहले पायदान पर है।
एक बयान के मुताबिक मुख्यमंत्री बृहस्पतिवार को अंतरराष्ट्रीय एमएसएमई दिवस पर लोकभवन सभागार में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने में राज्य के एमएसएमई उद्यमियों की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरी दुनिया में एमएसएमई अर्थव्यवस्था की रीढ़ होती है। उत्तर प्रदेश सौभाग्यशाली है कि यहां सैकड़ों साल से स्थानीय स्तर पर हस्तशिल्पी, कारीगर अपने उत्पादों का निर्माण करते रहे हैं। मगर पिछले कुछ दशक में उचित प्रोत्साहन के अभाव में हमारा सूक्ष्म, लघु और मझोले उद्यम दम तोड़ रहे थे।
उन्होंने कहा कि 2017 तक एमएसएमई उद्यमियों के बीच हताशा और निराशा थी। हमारा प्रदेश अर्थव्यवस्था और रोजगार में फिसड्डी था। कृषि के बाद एमएसएमई ही रोजगार सृजन का सबसे बड़ा क्षेत्र है। इसे ध्यान में रखते हुए 2017 के बाद से लगातार किये गये प्रयास के फलस्वरूप आज हमारा एमएसएमई उद्योग प्रदेश के विकास की रीढ़ बन चुका है।
उन्होंने बताया कि आज 20 हजार करोड़ से अधिक के ऋण की सुविधा उद्यमियों को प्राप्त होने जा रही है। इसके साथ ही रैम्प योजना के तहत बंद हो रही इकाइयों के उत्थान का काम किया गया है। इसके अलावा उद्यम को नये स्तर पर पहुंचाने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए गये हैं। प्रदेश में 90 लाख से अधिक एमएसएमई इकाइयां हैं। इनकी ‘ब्रांडिंग, मार्केटिंग और शोकेसिंग’ में हमने लंबी छलांग लगाई है।
उन्होंने बताया कि झांसी में आज शुरू हुआ रानी लक्ष्मीबाई प्लेज पार्क प्रदेश का 11वां प्लेज पार्क है। निजी क्षेत्र में उद्यमियों के लिए ये प्लेज पार्क अत्यंत ही लाभकारी होते हैं।
मुख्यमंत्री ने बताया राज्य में आज निवेश का बेहतर वातावरण बना है। कानून का राज और सुरक्षा व्यवस्था सुदृढ़ हुई है। उद्योग-धंधों के लिए ये कारक बहुत जरूरी होते हैं, इसके साथ ही औद्योगिक वातावरण के लिए एमएसएमई भी आवश्यक होते हैं।
मुख्यमंत्री ने बताया कि रक्षा उत्पादन में देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रदेश में रक्षा गलियारा बन रहा है। इस गलियारे में अबतक 24 हजार करोड़ के निवेश को हमने यहां लागू कर लिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गत वर्ष की तरह इस वर्ष भी सितंबर में इंटरनेशनल ट्रेड शो का आयोजन होने जा रहा है। पिछले साल 70 हजार बायर्स ट्रेड शो में आए थे, इसबार यह संख्या और बढ़ेगी। इंटरनेशनल ट्रेड शो के जरिये हमें अपने प्रदेश के उत्पादों की बेहतरीन ‘मार्केटिंग’ का अवसर मिलता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार एमएसएमई उद्यमियों को मुख्यमंत्री उद्यमी बीमा का कवर देती है, अबतक 24 लाख से अधिक उद्यमियों ने इसमें पंजीकरण कराया है। इसके अंतर्गत अगर किसी आपदा की चपेट में कोई उद्यमी आता है तो उसे पांच लाख रुपये तक का लाभ सरकार प्रदान करेगी। साथ ही साथ मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान के अंतर्गत पांच लाख तक के ऋण को ब्याज मुक्त करने के लिए हमने कदम बढ़ाए हैं। आगामी 10 साल में 10 लाख सूक्ष्म उद्यमियों को इससे जोड़ने का लक्ष्य है।