लखनऊ, 27 जून (भाषा) उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने बृहस्पतिवार को कहा कि राज्य सरकार एमएसएमई इकाइयों को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है और इसके लिए उसने अपनी नीतियों में बदलाव भी किए हैं।
पाठक ने एसोचैम द्वारा अंतरराष्ट्रीय एमएसएमई दिवस के अवसर पर लखनऊ में आयोजित ‘उत्तर प्रदेश एमएसएमई सम्मेलन’ को संबोधित करते हुए कहा कि एमएसएमई उत्पाद हमारे जीवन का अभिन्न अंग हैं।
एसोचैम की ओर से जारी बयान के अनुसार, पाठक ने कहा कि ”एमएसएमई प्रदेश ही नहीं बल्कि देश की अर्थव्यवस्था की जीवन रेखा हैं और उन्हें बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार ने अपनी नीतियों में कई बदलाव किए हैं।”
उन्होंने कहा कि ”प्रदेश में जहां भी औद्योगीकरण अभी नहीं हुआ था, चाहे पूर्वांचल हो, बुंदेलखंड हो या मध्य उत्तर प्रदेश हो, उन सभी क्षेत्रों में भी हमने एमएसएमई को आगे बढ़ाने का काम किया है। सरकार ने प्रदेश में कारोबार के लिए अनुकूल माहौल बनाया है।”
पाठक ने एमएसएमई सम्मेलन के आयोजन के लिए बधाई देते हुए कहा कि हमारी सरकार एमएसएमई के साथ प्रतिबद्धता के साथ खड़ी है। अगर इस सम्मेलन से कोई सुझाव मिलेंगे तो हम अपनी सरकार की नीतियों में परिवर्तन करेंगे और उत्तर प्रदेश राज्य को आगे बढ़ाने के लिए साथ मिलकर काम करेंगे।
उपमुख्यमंत्री ने कृषि क्षेत्र में सुधार की जरूरत पर जोर देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्राकृतिक खेती पर जोर दिया है और आह्वान किया है कि खेती में काम से कम कीटनाशकों का प्रयोग हो। इसके लिए एक मुहिम चलाने की जरूरत है।