नयी दिल्ली, 26 जून (भाषा) समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को दिल्ली की कैबिनेट मंत्री आतिशी से यहां लोक नायक जयप्रकाश (एलएनजेपी) अस्पताल में मुलाकात कर उनका हालचाल जाना। साथ ही उन्होंने कहा कि जब से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) केंद्र की सत्ता में आई है, तब से मुख्यमंत्रियों की समस्याएं बढ़ गई हैं।
अखिलेश यादव ने आम आदमी पार्टी (आप) और दिल्ली सरकार में जल मंत्री आतिशी के स्वास्थ्य के बारे में जानने के बाद संवाददाताओं से बात की।
राष्ट्रीय राजधानी में पानी की किल्लत के बीच दिल्ली के लिए पानी छोड़ने की मांग को लेकर आतिशी अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठी थीं, जिसके कारण मंगलवार तड़के उनकी तबीयत खराब हो गई थी।
अखिलेश यादव ने कहा, ”मैं दिल्ली की जल मंत्री आतिशी के स्वास्थ्य के बारे में जानने के लिए आया था। वह न केवल बहादुर हैं, बल्कि लोगों के लिए लड़ना भी जानती हैं। वह दिल्ली की समस्याओं के समाधान के लिए लगातार लड़ती रही हैं।”
समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि जब से भाजपा केंद्र की सत्ता में आई है तब से मुख्यमंत्रियों की परेशानियां बढ़ गई हैं।
उन्होंने कहा, ”केंद्र ने दिल्ली सरकार के साथ सबसे ज्यादा भेदभाव किया है। अरविंद केजरीवाल ने राजधानी में सरकार बनाकर स्वास्थ्य, शिक्षा और अन्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए काम किया, लेकिन उन्होंने (केंद्र सरकार ने) इसमें बाधाएं पैदा कर दीं।”
यादव ने यह भी दावा किया कि केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) उन लोगों को फंसा रही है जो भाजपा के लिए खतरा हैं।
अखिलेश यादव ने कहा, ”अब जब मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को अदालत से राहत मिलनी शुरू ही हुई थी कि उन्हें जेल से बाहर आने से रोकने के लिए फंसाया जा रहा है। सीबीआई उन लोगों को फंसा रही है जो उनके (भाजपा के) लिए खतरा हैं।”
यादव ने कहा, ”सीबीआई और अन्य संस्थाओं का दुरुपयोग करने के कारण ही लोगों ने भाजपा के खिलाफ मतदान किया है। वे किसी तरह से चुनाव हारने से बच गए।”
दिल्ली सरकार में कई मंत्रालयों की जिम्मेदारी संभाल रहीं आतिशी की सेहत बिगड़ने पर उन्हें लोक नायक जयप्रकाश अस्पताल के आईसीयू (सघन चिकित्सा इकाई) में भर्ती कराया गया है। हालांकि चिकित्सकों ने मंगलवार को बताया कि उनकी हालत स्थिर है।
आतिशी ने राजधानी में गहराए जल संकट के कारण 21 जून को भूख हड़ताल शुरू की थी, लेकिन मंगलवार तड़के उनकी सेहत बिगड़ने के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती कराये जाने की वजह से उनकी भूख हड़ताल समाप्त हो गई।