नई दिल्ली, 26 जून (भाषा) भारतीय तैराक श्रीहरि नटराज और धीनिधि देसिंघु ‘यूनिवर्सेलिटी प्लेस क्वालिफिकेशन प्रणाली’ के जरिए पेरिस ओलंपिक में हिस्सा लेंगे। अगर किसी देश का कोई तैराक ओलंपिक के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाता तो इस प्रणाली के जरिए देश अपने दो सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग वाले तैराकों के नाम की सिफारिश इन प्रतिष्ठित खेलों के लिए कर सकता है।
भारतीय तैराकी महासंघ (एसएफआई) ने दोनों वर्ग (महिला और पुरुष) के लिए ‘यूनिवर्सेलिटी प्लेस’ का दावा किया क्योंकि कोई भी भारतीय तैराक पेरिस खेलों के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाया और ना ही उन्हें अपने ओलंपिक चयन समय (बी टाइम) के आधार पर फिना से आमंत्रण मिला।
एसएफआई के महासचिव मोनल चोकसी ने पीटीआई को बताया, ‘‘किसी भी भारतीय तैराक ने सीधे क्वालीफिकेशन हासिल नहीं किया इसलिए एसएफआई ने दोनों वर्ग के लिए ‘यूनिवर्सेलिटी प्लेस’ का दावा किया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमने दो सर्वोच्च रैंकिंग वाले पुरुष और महिला तैराकों के नाम भेजे और उनकी भागीदारी के बारे में पुष्टि प्राप्त कर ली है।’’
ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने की आखिरी तारीख 23 जून थी।
पुरुष वर्ग में नटराज 849 अंकों के साथ विश्व एक्वाटिक्स अंक तालिका में भारतीय तैराकों के बीच शीर्ष पर रहे जबकि आर्यन नेहरा दूसरे स्थान पर रहे। आर्यन कनाडा में अपने अंतिम क्वालीफिकेशन प्रयास के बाद दो अंक पीछे रहे।
महिला तैराकों में 14 वर्षीय धीनिधि 749 अंक के साथ सर्वोच्च रैंकिंग वाली भारतीय तैराक रहीं।
नटराज ने अनुभवी साजन प्रकाश के साथ 2021 में इतिहास रचा था जब वे तोक्यो खेलों के लिए सीधे क्वालीफाई करने के लिए ओलंपिक क्वालीफिकेशन समय का ‘ए’ स्तर हासिल करने वाले पहले दो भारतीय तैराक बने थे। नटराज पेरिस में 100 मीटर बैकस्ट्रोक स्पर्धा में भाग लेंगे जबकि धीनिधि महिलाओं की 200 मीटर फ्रीस्टाइल में भाग लेंगी।