भोपाल, 25 जून (भाषा) मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने 1975 में आपातकाल लगाने के लिए कांग्रेस से माफी की मांग की और कहा कि वह एक ‘काला दौर’ था जिससे पांच दशक बाद भी सिहरन पैदा होती है।
तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 25 जून, 1975 को देश में आपातकाल लगाया था। इस दौरान नागरिक अधिकारों को निलंबित करते हुए विपक्षी नेताओं और असंतुष्ट लोगों को जेल में बंद कर दिया गया था और प्रेस पर सेंसरशिप लागू की गई थी।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कांग्रेस के ‘अधिनायकवाद’ और संविधान के प्रति उसके ‘अनादर’ को ‘बेनकाब’ करने के लिए आपातकाल की 49वीं बरसी पर राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम की घोषणा की।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि आपातकाल के काले दिन याद दिलाते हैं कि कैसे कांग्रेस ने बुनियादी स्वतंत्रता को नष्ट कर दिया और उस संविधान को कुचल दिया, जिसका हर भारतीय बहुत सम्मान करता है।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री यादव ने कहा, “मैं प्रधानमंत्री की बात से सहमत हूं। आपातकाल का दौर लोकतंत्र पर बहुत बड़ा धब्बा है। यह इतना काला दौर था, जिसे आज भी याद कर पूरा देश कांप उठता है। कांग्रेस को आपातकाल लगाने के लिए माफी मांगनी चाहिए। आपातकाल की ज्यादतियों के कारण कई परिवार बर्बाद हो गए थे।”
यादव ने कहा कि आपातकाल के दौरान भाजपा के कई नेता संविधान और लोकतंत्र को बचाने के लिए जेल गए थे।
उन्होंने कहा, ”आपातकाल के दौरान सरकार की यातना और दमन सहकर संविधान व लोकतंत्र को बचाने के लिए भाजपा नेताओं का संघर्ष हमेशा याद रखा जाएगा।”