तिरुवनंतपुरम, 22 जून (भाषा) केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन और कांग्रेस द्वारा लोकसभा के अस्थायी अध्यक्ष (प्रोटेम स्पीकर) की नियुक्ति के मुद्दे पर केंद्र सरकार की आलोचना किए जाने के एक दिन बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शनिवार को इस मुद्दे पर पलटवार किया और कहा कि कांग्रेस को कोडिकुनिल सुरेश को लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष बनाना चाहिए।
विजयन और कांग्रेस दोनों ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि लोकसभा में सबसे वरिष्ठ सांसद सुरेश को अस्थायी अध्यक्ष नियुक्त नहीं करना संसदीय परंपराओं का उल्लंघन है।
भाजपा की केरल ईकाई के अध्यक्ष के. सुरेन्द्रन ने इस आरोप पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस को सुरेश को लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष बनाना चाहिए।
सुरेन्द्रन ने फेसबुक पर एक पोस्ट में देश की सबसे पुरानी पार्टी पर कटाक्ष करते हुए कहा, ‘‘किसी भी हालत में सुरेश को लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष बनाया जाना चाहिए। उन्हें दो दिन के लिए अस्थायी अध्यक्ष नहीं बनाए जाने का विरोध कांग्रेस पार्टी को यह कदम उठाकर करना चाहिए।’’
आठ बार सांसद रहे सुरेश ने शुक्रवार को कहा कि सबसे वरिष्ठ लोकसभा सदस्य होने के नाते परंपरा के अनुसार उन्हें लोकसभा का अस्थायी अध्यक्ष बनाया जाना चाहिए।
विपक्ष के नेता वी. डी. सतीशन और रमेश चेन्निथला सहित कांग्रेस के अन्य वरिष्ठ नेताओं ने भी यही बात दोहराई है।
सुरेश ने केंद्र सरकार के इस फैसले की आलोचना करते हुए कहा कि यह निर्णय देश में संसदीय लोकतंत्र को खतरे में डालने के समान है। यह दर्शाता है कि भाजपा संसदीय प्रक्रियाओं को दरकिनार करना जारी रखेगी या अपने हितों के लिए उनका इस्तेमाल करेगी जैसा कि उसने पिछले दो बार किया था।’’
विजयन ने भी केंद्र के फैसले की आलोचना करते हुए सवाल किया कि भाजपा उन लोगों को क्या जवाब देगी जो संदेह करते हैं कि संघ परिवार की ‘‘ऊंची जाति की राजनीति’’ के कारण इस पद के लिए सुरेश के नाम पर विचार नहीं किया गया।
केंद्र सरकार ने सात बार के सांसद एवं भाजपा नेता भर्तृहरि महताब को बृहस्पतिवार को लोकसभा का अस्थायी अध्यक्ष नियुक्त किया था।