नयी दिल्ली, 21 जून (भाषा) बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने शुक्रवार को भारत की दो दिवसीय राजकीय यात्रा शुरू की, जिसका उद्देश्य दोनों देशों के बीच पहले से ही घनिष्ठ संबंधों को और आगे बढ़ाना है।
भारत में लोकसभा चुनाव के बाद नयी सरकार के गठन के बाद यह किसी विदेशी नेता की पहली द्विपक्षीय राजकीय यात्रा है।
हसीना भारत के पड़ोसी और हिंद महासागर क्षेत्र के उन सात शीर्ष नेताओं में शामिल थीं, जो नौ जून को राष्ट्रपति भवन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय मंत्रिपरिषद के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए थे।
मोदी और हसीना के बीच शनिवार को वार्ता निर्धारित है, जिस दौरान दोनों पक्षों के बीच विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग के लिए कई समझौते होने की उम्मीद है।
मोदी के साथ द्विपक्षीय विचार-विमर्श के अलावा, हसीना का राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से भी मुलाकात करने का कार्यक्रम है।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर आज शाम हसीना से मुलाकात करेंगे।
एक सूत्र ने बताया कि दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों के बीच बातचीत द्विपक्षीय संबंधों को नयी ऊंचाइयों पर ले जाने पर केंद्रित रहने की उम्मीद है।
पिछले कुछ वर्षों में भारत और बांग्लादेश के बीच समग्र रणनीतिक संबंध और प्रगाढ़ हुए हैं।
भारत की “पड़ोसी पहले” नीति के तहत बांग्लादेश एक महत्वपूर्ण साझेदार है और यह सहयोग सुरक्षा, व्यापार, वाणिज्य, ऊर्जा, संपर्क, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, रक्षा और समुद्री मामलों तक फैला हुआ है।
‘कनेक्टिविटी’ क्षेत्र की उपलब्धियों में त्रिपुरा में फेनी नदी पर मैत्री सेतु पुल का उद्घाटन और चिलाहाटी-हल्दीबाड़ी रेल लिंक की शुरुआत शामिल है।
बांग्लादेश भारत का सबसे बड़ा विकास साझेदार है तथा भारत की ऋण सहायता के तहत लगभग एक-चौथाई प्रतिबद्धता बांग्लादेश के साथ की गई है। बांग्लादेश दक्षिण एशिया में भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है वहीं भारत एशिया में बांग्लादेश का दूसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है।