नॉर्थ साउंड (एंटीगा), 19 जून (भाषा) मार्कस स्टोइनिस ने टीम के अपने साथी मिचेल मार्श की प्रशंसा करते हुए कहा कि वह सिर्फ कप्तान ही नहीं बल्कि अच्छे नेतृत्वकर्ता भी हैं। उन्होंने हालांकि यह भी कहा कि मौजूदा ऑस्ट्रेलियाई टीम का नेतृत्व करना आसान है क्योंकि हर कोई विशिष्ट परिस्थितियों में अपनी भूमिका से वाकिफ है।
मौजूदा टी20 विश्व कप में मार्श को ऑस्ट्रेलिया की कमान सौंपी गई है जहां टीम की नजरें अपने दूसरे खिताब पर टिकी हैं।
साथी ऑलराउंडर स्टोइनिस ने ‘अनप्लेएबल’ पॉडकास्ट पर कहा, ‘‘मिची (मार्श) कप्तान नहीं बल्कि नेतृत्वकर्ता है। जिस तरह से वह टीम को एक साथ लाते हैं, वह प्रेरणा देता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘वह इस समूह में लंबे समय से नेतृत्वकर्ता रहे हैं। उन्होंने पहले भी कम उम्र में कप्तानी की है।’’
सिर्फ स्टोइनिस ने ही इस ऑलराउंडर की प्रशंसा नहीं की है बल्कि टीम के बाकी खिलाड़ी भी उनकी काफी तारीफ करते हैं।
मार्श का प्रशंसकों के साथ प्यार और नफरत का रिश्ता रहा है जब उनका प्रदर्शन खराब रहा तो प्रशंसकों ने उनकी हूटिंग की जिसके कारण इस ऑलराउंडर ने दावा किया कि ‘ऑस्ट्रेलिया के अधिकांश लोग मुझसे नफरत करते हैं’।
लेकिन पिछले साल मार्श ने शानदार प्रदर्शन करते हुए वापसी की और अब प्रशंसकों के पसंदीदा बन गए हैं। उन्होंने टेस्ट टीम में वापसी की और भारत में ऑस्ट्रेलिया की विश्व कप जीत में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने टी20 में भी अच्छा प्रदर्शन किया। उन्हें इस साल की शुरुआत में प्रतिष्ठित एलेन बोर्डर मेडल से भी सम्मानित किया गया।
मार्श के पिता ज्योफ मार्श ऑस्ट्रेलिया के पूर्व एकदिवसीय कप्तान और विश्व कप जीतने वाली टीम के कोच थे। बड़े होते हुए वह दिग्गज कप्तानों बोर्डर, मार्क टेलर और स्टीव वॉ जैसे लोगों के बीच रहे और ऐसा लगता है कि इसका असर उन पर भी पड़ा।
इस 32 वर्षीय खिलाड़ी की अगुआई में 2010 में ऑस्ट्रेलियाई अंडर-19 टीम ने विश्व कप ट्रॉफी जीती। उन्होंने बिग बैश लीग में 31 मैचों में पर्थ स्कॉर्चर्स का भी नेतृत्व किया और ऑस्ट्रेलियाई टी20 कप्तान बनने से पहले 2017-18 मार्श कप जीतने वाली वेस्टर्न ऑस्ट्रेलियाई टीम के कप्तान भी थे।
मार्श की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया ने ग्रुप चरण में अजेय रहते हुए टी20 विश्व कप के सुपर आठ चरण में जगह बनाई।