जकार्ता (इंडोनेशिया), 17 जून (एपी) एशिया में मुसलमानों ने सोमवार को ईद-उल-अज़हा का पर्व मनाया और इजराइल-हमास युद्ध से पीड़ित गाजा के लोगों के लिए प्रार्थना की।
इस्लाम के सबसे बड़े त्योहारों में से एक, यह अवसर मवेशियों और जानवरों की कुर्बानी और उनका मांस गरीबों में वितरित करके पैगम्बर इब्राहिम के आस्था की परीक्षा का स्मरण कराता है।
इंडोनेशिया, मलेशिया, भारत और बांग्लादेश समेत एशिया के अधिकांश देशों ने सोमवार को ईद-उल-अज़हा का त्योहार मनाया, जबकि सऊदी अरब, लीबिया, मिस्र और यमन सहित दुनिया के अन्य देशों में मुसलमानों ने रविवार को यह त्योहार मनाया।
सोमवार को इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में नमाजियों ने सामूहिक रूप से नमाज अदा की। धर्मगुरुओं ने अपने उपदेशों में लोगों से गाजा और रफह में पीड़ित मुसलमानों के लिए दुआ करने का आह्वान किया।
दक्षिणी जकार्ता के एक ईदगाह में नमाज अदा करने के बाद नमाजी आदि प्रसेत्या ने कहा, “हमारी दुआएं और विचार हमारे उन भाई-बहनों के साथ हैं जो इस समय फलस्तीन में कष्ट झेल रहे हैं।”
नमाजी बर्लिना युस्टिजा ने कहा, “अल्लाह युद्ध से तबाह हुए लोगों को शक्ति दे… जो लोग विभाजित हैं वे फिर से शांति से रह सकें।”