नयी दिल्ली, 10 जून (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को कहा कि उनका कार्यालय (पीएमओ) एक ऐसा ‘उत्प्रेरक एजेंट’ बन गया है, जो व्यवस्था में नयी ऊर्जा और गतिशीलता का संचार करता है। उन्होंने दावा किया 10 साल पहले यही पीएमओ शक्ति का बड़ा केंद्र हुआ करता था।
प्रधानमंत्री के रूप में अपने तीसरे कार्यकाल की शुरुआत के मौके पर प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के कर्मचारियों को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि उनका एकमात्र लक्ष्य ‘राष्ट्र प्रथम’ और उनकी एकमात्र प्रेरणा ‘विकसित भारत’ है। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों से भी उनकी यही अपेक्षा है।
उन्होंने भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने के लक्ष्य को हासिल करने के लिए चौबीसों घंटे काम करने का वादा किया और कहा, ‘‘मेरा हर पल देश के लिए है।’’
उन्होंने कहा कि पीएमओ सेवा का अधिष्ठान बनना चाहिए और यह जनता का पीएमओ होना चाहिए, न कि मोदी का।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं न तो सत्ता के लिए पैदा हुआ हूं और न मैं शक्ति अर्जित करने के लिए सोचता हूं।’’
मोदी ने कहा कि भारत के 140 करोड़ लोग हमेशा उनके दिमाग में रहते हैं और वह उन्हें भगवान का रूप मानते हैं।
पिछले तीन महीने में चुनाव प्रचार का परोक्ष रूप से जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि इस दौरान उन्होंने एक नए संकल्प के लिए मजबूती, समर्पण और ऊर्जा के दर्शन किए हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘यही कारण है कि लोगों ने उन्हें फिर से देश की सेवा करने का अवसर दिया है।’’