मुंबई, 10 जून (भाषा) महाराष्ट्र में विपक्षी गठबंधन महा विकास आघाडी (एमवीए) के नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नीत नयी केंद्रीय मंत्रिपरिषद में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री अजित पवार की हिस्सेदारी को लेकर उनपर निशाना साधा।
रविवार शाम हुए शपथ ग्रहण समारोह में, शिंदे नीत शिवसेना के प्रतापराव जाधव ने स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली, जबकि अजित पवार नीत राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने कैबिनेट मंत्री पद की मांग पर जोर देते हुए राज्य मंत्री का पद ठुकरा दिया।
शिवसेना (यूबीटी) के प्रवक्ता संजय राउत ने सोमवार को कहा कि मोदी मंत्रिमंडल में दोनों दलों के बहुत कम प्रतिनिधित्व ने साबित कर दिया कि भाजपा ने उन्हें उनकी जगह दिखा दी है।
राउत ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘जब आप किसी का गुलाम बनने का फैसला करते हैं तो यही पाते हैं।’’
कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने कहा कि यदि अजित पवार नीत राकांपा राज्य मंत्री का पद स्वीकार नहीं करती है, तो उन्हें भविष्य में कोई कैबिनेट मंत्री पद भूल जाना चाहिए।
महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता ने कहा, ‘‘अजित पवार को देर-सवेर महसूस होगा कि भाजपा के पास अपने सहयोगियों के लिए इस्तेमाल करो और हटाओ की नीति है।’’
बारामती से लोकसभा सदस्य सुप्रिया सुले ने कहा कि मोदी मंत्रिमंडल में अजित पवार नीत राकांपा को कैबिनेट मंत्री का पद नहीं मिलने से हैरान नहीं हूं।
शिंदे नीत शिवसेना के प्रवक्ता संजय शिरसाट विपक्ष की आलोचना को तवज्जो नहीं देने की कोशिश करते हुए कहा कि उनकी पार्टी को कोई कैबिनेट पद नहीं मिलने के पीछे कोई वजह रही होगी।
मराठवाड़ा क्षेत्र से विधायक ने कहा, ‘‘दूसरे लोगों को, जो सत्ता से बाहर हैं, हमारे लिए परेशान क्यों हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जब आप (उद्धव ठाकरे नीत शिवसेना) सत्ता में थे, आपके पास एक कैबिनेट पद था लेकिन भारी उद्योग जैसा मामूली विभाग था।’’