नयी दिल्ली, सात जून (भाषा) गठबंधन सरकार में राजनीतिक स्थिरता की कमी और आम सहमति बनाने की जरूरत के चलते निर्णय लेने की प्रक्रिया धीमी हो सकती है।
मूडीज एनालिटिक्स ने शुक्रवार को यह अनुमान जताते हुए कहा कि ऐसे में निकट भविष्य में निवेशकों का भरोसा कम हो सकता है।
मूडीज एनालिटिक्स ने चुनाव के बाद एक टिप्पणी में कहा कि लोकसभा चुनाव के नतीजों का मतलब है कि संसद में समीकरण बदलने वाले हैं, क्योंकि गठबंधन के सहयोगी नीतिगत निर्णयों में प्रभाव डालेंगे और फायदा उठाने की कोशिश करेंगे।
टिप्पणी के मुताबिक, हालांकि इससे शासन के लिए अधिक समावेशी दृष्टिकोण पाने में मदद मिलेगी।
‘भारत चुनाव समीक्षा: मतदाताओं ने भाजपा को गठबंधन सरकार चलाने के लिए मजबूर किया’ शीर्षक वाली समीक्षा में कहा गया, ‘‘भाजपा को सरकार बनाए रखने के लिए बातचीत और समझौते की मदद लेनी होगी। इससे निर्णय लेने की प्रक्रिया धीमी हो सकती है और शायद पार्टी की कुछ प्रमुख नीतिगत पहल धीमी हो सकती हैं।’’
भाजपा ने 2024 के आम चुनाव में 240 सीटें जीतीं हैं, जबकि इससे पहले उसे 2019 में 303 सीटें मिलीं थीं। इस बार के आम चुनावों में हालांकि भाजपा के नेतृत्व वाले राजग को लोकसभा में 293 सीटें मिलीं, जो बहुमत के आंकड़े 272 से अधिक है।
मूडीज एनालिटिक्स ने कहा कि हालांकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तीसरी बार सत्ता में वापसी की है, लेकिन भाजपा की कमजोर स्थिति राजनीतिक समीकरण में एक महत्वपूर्ण बदलाव को दर्शाती है।
मूडीज एनालिटिक्स की एसोसिएट इकनॉमिस्ट अदिति रमन ने कहा कि राजनीतिक स्थिरता में कमी और आम सहमति बनाने की जरूरत के चलते निकट भविष्य में निवेशकों का भरोसा घट सकता है।