वेर सुर मेर (फ्रांस), ब्रिटेन के महाराज चार्ल्स तृतीय द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान नॉरमेंडी की लड़ाई में जान गंवाने वाले 22,442 ब्रिटिश सैनिकों को श्रद्धांजलि देने बृहस्पतिवार को उत्तरी फ्रांस पहुंचे।
फ्रांस को नाजियों के कब्जे से छुड़ाने के लिए छह जून, 1944 को नॉरमेंडी नामक स्थान पर लड़ाई शुरू हुई थी।
चार्ल्स ने नवनिर्मित ब्रिटिश नॉरमेंडी मेमोरियल में बृहस्पतिवार को आयोजित समारोह के दौरान सेवानिवृत्त सैनिकों और उनके लापता साथियों का आभार व्यक्त किया। यह स्मारक उन समुद्र तटों के पास स्थित है जहां 80 वर्ष पहले ब्रिटेन के सैनिक पहुंचे थे।
उन्होंने कहा कि यद्यपि जीवित पूर्व सैनिकों की संख्या कम होती जा रही है, लेकिन “हम यह कभी नहीं भूल सकते कि वे किसके लिए खड़े हुए और उन्होंने हम सबके लिए क्या हासिल किया।”
उन्होंने कहा, “अस्सी साल पहले 6 जून 1944 को हमारे देश और इसके साथ खड़े लोगों ने एक ऐसी स्थिति का सामना किया, जिसे मेरे दादा सम्राट जॉर्ज पंचम ने सबसे बड़ी परीक्षा कहा था। हम और पूरा स्वतंत्र विश्व कितना भाग्यशाली है कि ब्रिटेन और अन्य मित्र राष्ट्रों के पुरुषों व महिलाओं की एक पीढ़ी उस परीक्षा का सामना करने के समय पीछे नहीं हटी।”