मुंबई, 31 मई (भाषा) स्थानीय शेयर बाजारों में पिछले पांच सत्रों से जारी गिरावट का सिलसिला शुक्रवार को थम गया। उतार-चढ़ाव भरे कारोबार के बीच बैंकों और पेट्रोलियम कंपनियों के शेयरों में खरीदारी आने से सेंसेक्स 75 अंक की मामूली बढ़त के साथ बंद हुआ।
बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित मानक सूचकांक सेंसेक्स 75.71 अंक यानी 0.10 प्रतिशत बढ़कर 73,961.31 पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 74,478.89 अंक के ऊपरी और 73,765.15 अंक के निचले स्तर पर भी रहा। इस तरह सूचकांक में काफी उतार-चढ़ाव देखा गया।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का मानक सूचकांक निफ्टी भी गिरावट के दौर से उबरने में सफल रहा और 42.05 अंक यानी 0.19 प्रतिशत बढ़कर 22,530.70 अंक पर बंद हुआ।
लोकसभा चुनाव के नतीजों से पहले बाजार में जारी तगड़े उतार-चढ़ाव के बीच लगातार पांच कारोबारी सत्रों में गिरावट रही थी। इन पांच सत्रों में निफ्टी और सेंसेक्स दोनों ही दो प्रतिशत से अधिक की गिर गए थे।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, “चुनावी नतीजों से पहले की रणनीति खत्म हो चुकी है और अब सबकी निगाहें एग्जिट पोल के आंकड़ों पर टिकी होंगी। क्षेत्रीय विविधता, मतदान में हल्की गिरावट और मौजूदा दायरे पर प्रतिरोध निवेशकों को सतर्क रुख अपनाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।”
सेंसेक्स के समूह में शामिल टाटा स्टील, बजाज फाइनेंस, एचडीएफसी बैंक, पावर ग्रिड, इंडसइंड बैंक, लार्सन एंड टूब्रो, आईसीआईसीआई बैंक के शेयर बढ़त के साथ बंद हुए।
दूसरी तरफ नेस्ले इंडिया, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस), मारुति सुजुकी इंडिया, इन्फोसिस, एक्सिस बैंक और हिंदुस्तान यूनिलीवर में गिरावट दर्ज की गई।
एशिया के अन्य बाजारों में चीन का शंघाई कंपोजिट, जापान का निक्की, दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और हांगकांग का हैंगसेंग मिले-जुले रुख के साथ बंद हुए।
यूरोपीय शेयर बाजार गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे। अमेरिकी बाजार बृहस्पतिवार को गिरावट के साथ बंद हुए थे।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.40 प्रतिशत गिरकर 81.53 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बृहस्पतिवार को 3,050.15 करोड़ रुपये के शेयरों की बिक्री की थी।