भारत की जर्सी पहनना अलग अहसास है, उम्मीद है कि इसे यादगार बना पाऊंगा: पंत

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न्यूयॉर्क, 30 मई (भाषा) विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत पांच जून को जब नासाउ काउंटी मैदान पर आयरलैंड के खिलाफ टी20 विश्व कप के पहले मैच के लिए भारत की जर्सी पहनेंगे तब तक उनकी भयानक कार दुर्घटना को 527 दिन हो चुके होंगे । वह इस मुकाबले में खेलने के लिये बेताब हैं ।

पंत ने 2022 में भीषण कार दुर्घटना के बाद भावनात्मक वापसी करते हुए इस साल 23 मार्च को दिल्ली कैपिटल्स की नीली जर्सी पहनी थी लेकिन वह नीले रंग की एक अलग जर्सी पहनने के लिए अधिक उत्सुक हैं- भारत की नीली जर्सी।

एक जून को बांग्लादेश के खिलाफ अभ्यास मैच से पूर्व भारत के पहले नेट सत्र के इतर पंत ने ‘बीसीसीआई.टीवी’ से कहा, ‘‘भारतीय जर्सी पहनकर मैदान पर वापस आना एक अलग ही अहसास है। यह कुछ ऐसा है जिसकी मुझे बहुत याद आती थी… उम्मीद है कि मैं इसे भुना पाऊंगा और यहां से बेहतर प्रदर्शन करूंगा।’’

राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) में 15 महीने तक रिहैबिलिटेशन से गुजरने वाले पंत के साथ इस बातचीत के दौरान टीम के साथी सूर्यकुमार यादव भी मौजूद थे। पंत ने उस समय को याद किया जब उनकी मौजूदगी ने उन्हें एनसीए में अपने चोट प्रबंधन कार्यक्रम के अकेलेपन से निपटने में मदद की थी।

पंत ने कहा, ‘‘यहां टीम को देखना और उनसे फिर से मिलना, समय बिताना, उनके साथ मौज-मस्ती करना, उनसे बातचीत करना, मुझे वाकई बहुत अच्छा लगा।’’

पंत 13 आईपीएल मैचों में 446 रन बनाने के बाद धीरे-धीरे लय में लौट रहे हैं। न्यूयॉर्क शहर के बाहरी इलाके में केंटियाग पार्क में भारत के नेट्स पर दुबले-पतले और फिट पंत अच्छी लय में दिखे।

पंत ने भविष्य में अमेरिका में क्रिकेट की लोकप्रियता बढ़ने की संभावनाओं के बारे में भी बात की। उन्हें लगता है कि टी20 विश्व कप इसमें अहम भूमिका निभा सकता है।

उन्होंने कहा, ‘‘हम कुछ खास देशों में खेलने के आदी हैं लेकिन यह एक अलग संभावना है। इसने खेल के लिए एक अलग रास्ता खोल दिया है क्योंकि मुझे लगता है कि क्रिकेट दुनिया भर में बढ़ रहा है और… यहां टूर्नामेंट का आयोजन क्रिकेट के साथ-साथ अमेरिकी क्रिकेट के लिए भी अच्छा होगा।’’

उन्होंने टूर्नामेंट के दौरान इस्तेमाल की जाने वाली ड्रॉप इन पिचों और तेज धूप के बारे में बात की जिसके वह और बाकी टीम आदी हो रहे हैं।

पंत ने कहा, ‘‘नई पिचें हैं। मैं अभी परिस्थितियों के हिसाब से ढल रहा हूं। यहां सूरज थोड़ा तेज चमक रहा है इसलिए यहां की परिस्थितियों के हिसाब से ढल रहा हूं। देखते हैं क्या होता है।’’