श्रीनगर, कश्मीर में निर्वाचन अधिकारियों ने पूर्व मुख्यमंत्री एवं पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती के खिलाफ आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की है। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि महबूबा के खिलाफ धारा 144 का उल्लंघन करने के आरोप प्राथमिकी दर्ज की गई है। उन्होंने बताया कि महबूबा और उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने दक्षिण कश्मीर में अनंतनाग जिले के बिजबेहरा इलाके में विरोध प्रदर्शन किया था।
महबूबा ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘आदर्श आचार संहिता (एमसीसी) का उल्लंघन करने के लिए मेरे खिलाफ प्राथमिकी दर्ज होना ‘हास्यास्पद’ है। सत्ता के सामने सच बोलने की कीमत पीडीपी को चुकानी पड़ी है। हमारा विरोध स्थानीय प्रशासन के साथ मिलीभगत करके मतदान से पहले पीडीपी के सैकड़ों मतदान एजेंट और कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेने के खिलाफ था।”
उन्होंने कहा, ‘‘अभी भी संतुष्ट नहीं होने पर उसी प्रशासन ने हमारे मतदाताओं को आतंकित करने और उन्हें वोट देने के अपने अधिकार का इस्तेमाल करने से रोकने के लिए पारंपरिक रूप से पीडीपी के गढ़ वाले क्षेत्रों में घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू कर दिया। उल्टा चोर कोतवाल को डांटे।”
पूर्ववर्ती जम्मू-कश्मीर राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री ने शनिवार को जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में एक पुलिस थाने के बाहर प्रदर्शन किया था। शनिवार को देश में लोकसभा चुनाव के छठे चरण के लिए अनंतनाग-राजौरी लोकसभा सीट पर मतदान हो रहा था।
वह अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं और मतदान ‘एजेंट’ की कथित हिरासत के खिलाफ प्रदर्शन कर रही थीं।
अधिकारियों ने कहा कि यह प्रदर्शन आदर्श आचार संहिता का घोर उल्लंघन है।
प्राथमिकी में कहा गया, “पीडीपी कार्यकर्ताओं ने मुख्य सड़क को भी अवरुद्ध कर दिया और बिजबेहरा में एक घंटे से अधिक समय तक प्रदर्शन किया जो निर्वाचन क्षेत्र में लागू दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 का उल्लंघन है।”