आइजोल, मिजोरम के राज्यसभा सांसद के वनलालवेना ने देश के निर्वाचन आयोग से 1,047 पुलिसकर्मियों को वोट डालने की अनुमति देने का आग्रह किया है क्योंकि वे अन्य राज्यों में चुनाव संबंधी ड्यूटी पर होने के कारण मतदान नहीं कर पाए।
पुलिसकर्मी 19 अप्रैल को मिजोरम की एकमात्र लोकसभा सीट पर हुए चुनाव के समय मतदान नहीं कर पाए थे क्योंकि वे चुनाव ड्यूटी पर बिहार, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में तैनात थे।
वनलालवेना ने मंगलवार को मुख्य निर्वाचन अधिकारी राजीव कुमार को लिखे पत्र में कहा कि वर्तमान में मिजोरम सशस्त्र पुलिस की 15 टुकड़ियां हैं, जिनमें 1,047 जवान हैं और ये बिहार, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में चुनाव ड्यूटी पर तैनात हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिसकर्मियों को अपने मताधिकार का प्रयोग करने के अधिकार से वंचित किया गया है।
मिजोरम के सांसद ने कहा कि मिजोरम पुलिस के नोडल अधिकारी ने राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) से पहले ही आवश्यक व्यवस्था करने का अनुरोध किया था।
उन्होंने बताया कि निर्वाचन आयोग ने राज्य के मुख्य कार्यकारी अधिकारी को खेद व्यक्त किया था कि ‘‘तकनीकी कारणों’’ से पुलिसकर्मियों को मतदान करने की अनुमति नहीं दी जा सकती।
इस बीच, राज्य के निर्वाचन विभाग ने कहा कि सीईओ कार्यालय ने 28 मार्च को चुनाव आयोग को पत्र लिखकर बिहार और उत्तर प्रदेश में अपने ड्यूटी स्थलों पर तैनात राज्य सशस्त्र पुलिस बल (एसएपीएफ) की 12 कंपनियों को डाक मतपत्र भेजने की संभावना के बारे में पूछा था।
निर्वाचन आयोग ने छह अप्रैल को अपना जवाब भेजा और कहा कि राज्य के बाहर अपने ड्यूटी स्थलों पर पुलिसकर्मियों को डाक मतपत्र भेजने की अनुमति नहीं है, क्योंकि उन्हें अपने गृह राज्य में सुविधा केंद्र में अपने मताधिकार का प्रयोग करना होता है।