चार जून के बाद ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री कहलाएंगे पटनायक : अमित शाह

भद्रक/जाजपुर (ओडिशा), 28 मई (भाषा) केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को चुटकी लेते हुए कहा कि नवीन पटनायक चार जून के बाद ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री हो जाएंगे। उन्होंने विश्वास जताया कि भाजपा 147 सदस्यीय विधानसभा में 75 से अधिक सीट हासिल कर राज्य में अगली सरकार बनाएगी।

शाह ने भद्रक लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत चांदबाली में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए यह भी दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ओडिशा की 21 लोकसभा सीट में से 17 सीट पर जीत हासिल करेगी।

उन्होंने कहा, “चार जून को नवीन बाबू मुख्यमंत्री नहीं रहेंगे, वह पूर्व मुख्यमंत्री बन जाएंगे…भाजपा ओडिशा में 17 लोकसभा सीट और 75 विधानसभा सीट पर जीत दर्ज करेगी।”

ओडिशा में लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ हो रहे हैं।

शाह ने यह भी कहा कि भाजपा यह सुनिश्चित करेगी कि अगला मुख्यमंत्री उड़िया भाषा में पारंगत हो और राज्य की भाषा, संस्कृति तथा परंपरा को समझता हो।

स्पष्ट रूप से पटनायक के करीबी सहयोगी एवं बीजू जनता दल (बीजद) के नेता वी के पांडियन के संदर्भ में शाह ने कहा, ‘‘क्या ‘तमिल बाबू’ को पर्दे के पीछे से सरकार चलानी चाहिए… कमल के निशान पर अपना वोट देकर एक अधिकारी की जगह राज्य पर शासन करने के लिए एक ‘जनसेवक’ को लाएं।’’

जाजपुर में एक अन्य चुनावी रैली को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि कांग्रेस पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के बारे में बात करने से बचती है क्योंकि वे (कांग्रेस) पाकिस्तान से ‘‘डरे हुए’’ हैं।

उन्होंने कहा, ”पीओके भारत का है, और भारत का रहेगा। हम इसे लेकर रहेंगे, यह हमारा वादा है।”

यह उल्लेख करते हुए कि ओडिशा के लाखों युवा काम की तलाश में दूसरे राज्यों की ओर पलायन कर रहे हैं, गृह मंत्री ने कहा, “एक बार जब भाजपा ओडिशा में सरकार बनाएगी, तो हम उद्योग स्थापित करेंगे ताकि युवाओं को कहीं और नौकरियों की तलाश न करनी पड़े।”

उन्होंने ओडिशा के लोगों को पांच किलोग्रम चावल मुफ्त उपलब्ध कराने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सराहना की और पटनायक की आलोचना करते हुए कहा कि वह अपनी तस्वीर लगाकर जूट के थैलों में चावल वितरित कर रहे हैं।

शाह ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी की सरकार ‘चावल वाली सरकार’ है, जबकि नवीन पटनायक की सरकार ‘झोले वाली सरकार’ है।”

उन्होंने कहा कि ओडिशा में यदि भाजपा की सरकार बनती है तो चिट फंड कंपनियों द्वारा ठगा गया पैसा 18 महीने के भीतर लोगों को लौटाने का काम किया जाएगा।