परनीत कौर को जनता के ‘भरोसे, आशीर्वाद’ से पांचवीं बार पटियाला से जीत की आस
Focus News 26 May 2024पटियाला (पंजाब), ‘महारानी साहिबा’ के नाम से मशहूर परनीत कौर संसद में पांचवें कार्यकाल के लिए पटियाला लोकसभा सीट से चुनावी मुकाबले में हैं और उन्हें अपनी जीत के लिए जनता के ‘‘भरोसे और आशीर्वाद’’ पर पूरा भरोसा है।
पूर्ववर्ती पटियाला शाही परिवार के वंशज व पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की पत्नी कौर (79) का पटियाला में चतुष्कोणीय मुकाबला है जिसे कांग्रेस का गढ़ माना जाता है।
लंबे समय तक कांग्रेस में रहने के बाद भाजपा में शामिल हुईं कौर से पार्टी को पंजाब में काफी उम्मीद हैं जहां वह अकेले लोकसभा चुनाव लड़ रही है।
सिंह के भाजपा में शामिल होने के बाद कांग्रेस ने कौर को पिछले साल निलंबित कर दिया था। वह इस साल मार्च में भाजपा में शामिल हो गयी थीं।
पटियाला लोकसभा क्षेत्र को कौर का गढ़ माना जाता है। उन्होंने लगातार तीन बार 1999, 2004 और 2009 में इस क्षेत्र का लोकसभा में प्रतिनिधित्व किया लेकिन उन्हें 2014 के चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) के धर्मवीर गांधी से शिकस्त मिली। वह 2019 में इस सीट से पुन: निर्वाचित हुई और लोकसभा में लौटीं।
पेशे से चिकित्सक और समाजसेवी गांधी अब कांग्रेस के साथ हैं और पटियाला में कौर के खिलाफ ताल ठोंक रहे हैं।
‘आप’ ने इस सीट से पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह को उतारा है जबकि रियल एस्टेट कारोबारी एन के शर्मा शिरोमणि अकाली दल के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं।
अपनी एक जनसभा में कौर ने अपने आप को ‘‘पटियाला की बेटी’’ बताया और कहा कि वह निर्वाचित होने पर इस क्षेत्र के सर्वांगीण विकास के लिए कार्य करेंगी।
उन्होंने कहा, ‘‘यह चुनाव महज राजनीति के बारे में नहीं है। लोगों का अटूट ‘भरोसा’ और ‘आशीर्वाद’ मेरा सबसे बड़ा खजाना है।’’
कौर ने लोगों से नरेन्द्र मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने का अनुरोध किया और कहा कि अगर वह मोदी की ‘‘टीम’’ का हिस्सा बनती हैं तो पटियाला का विकास करेंगी।
उन्होंने पंजाब की ‘आप’ सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि मोदी सरकार ने पटियाला के 752 करोड़ रुपये के उत्तरी बाइपास की अनुमति दे दी है लेकिन राज्य सरकार अभी तक कुल परियोजना लागत का 250 करोड़ रुपये का अपना हिस्सा जारी नहीं कर पायी है।
उन्होंने कहा, ‘‘‘आप’ के लोग झूठे वादे करके कोई वोट हासिल नहीं कर पाएंगे।’’
बहरहाल, कौर को खुद किसानों के प्रदर्शन का सामना करना पड़ा जो पंजाब में भाजपा उम्मीदवारों को काले झंडे दिखाकर उनका विरोध कर रहे हैं और उनसे सवाल पूछ रहे हैं।
उनके राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी और कांग्रेस प्रत्याशी धर्मवीर गांधी ने केंद्र में भाजपा सरकार की आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि किसान अब भी प्रदर्शन कर रहे हैं क्योंकि फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानून लाने और स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों के क्रियान्वयन की उनकी मांग स्वीकार नहीं की गयी है।
शिअद के प्रत्याशी व पूर्व विधायक शर्मा ने कौर की आलोचना की और कहा कि वह 20 साल तक सांसद रहने और उनके पति के दो बार मुख्यमंत्री पद पर रहने के बावजूद लोगों के लिए एक भी विकास कार्य नहीं करा पायी।
पटियाला लोकसभा क्षेत्र में 18.06 लाख पंजीकृत मतदाता है और इस क्षेत्र के तहत नाभा, पटियाला (ग्रामीण), राजपुरा, डेरा बस्सी, घनौर, सनौर, पटियाला, समाना और शुतराणा विधानसभा क्षेत्र आते हैं।
वर्ष 1952 से कांग्रेस ने सीट से 17 में से 10 बार जीत हासिल की है। शिरोमणि अकाली दल ने तीन बार इस सीट पर जीत दर्ज की है।
पंजाब में 13 लोकसभा सीटों पर अंतिम चरण में एक जून को मतदान होगा।