प्रधानमंत्री मोदी पाटलिपुत्र, काराकाट और बक्सर संसदीय क्षेत्र में आज चुनावी सभाओं को संबोधित करेंगे

पटना, 25 मई (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बिहार के पाटलिपुत्र, काराकाट और बक्सर संसदीय क्षेत्रों में शनिवार को अलग-अलग चुनावी सभाओं को संबोधित करेंगे।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की बिहार इकाई द्वारा सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर जारी एक पोस्ट के अनुसार प्रधानमंत्री मोदी शनिवार को पाटलिपुत्र, काराकाट और बक्सर संसदीय क्षेत्रों में क्रमशः पूर्वाह्न साढ़े 11 बजे, दोपहर डेढ़ बजे और अपराह्न 3.15 बजे अलग-अलग जनसभाओं को संबोधित करेंगे।

पाटलिपुत्र, काराकाट और बक्सर बिहार की उन आठ लोकसभा सीट (अन्य पांच नालंदा, पटना साहिब, आरा, सासाराम और जहानाबाद) में शामिल हैं जहां अंतिम चरण में एक जून को मतदान होना है।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर अपने एक पोस्ट में कहा, ‘‘आज पाटलिपुत्र जा रहे निवर्तमान प्रधानमंत्री से हमारे सवाल… पटना में ‘स्मार्ट सिटी’ और ‘नमामि गंगे’ परियोजना के लिए प्राप्त धनराशि कहां गायब हो गई?’’

उन्होंने सवाल किया कि क्या बिहटा हवाई अड्डा कभी बनेगा? भाजपा और जदयू की सरकार एक और प्रश्नपत्र लीक को रोकने में क्यों विफल रहीं? पटना विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा क्यों नहीं दिया गया?

कांग्रेस नेता ने केंद्र सरकार की घोषणाओं को ‘जुमला’ बताते हुए कहा कि पटना को 2019 और 2020 में बड़े पैमाने पर जलभराव और बाढ़ का सामना करना पड़ा था। उन्होंने कहा कि तब की आपदाओं से यह साबित हुआ था कि पानी निकासी की प्रणालियों में व्यापक रूप से निवेश करने की आवश्यकता है, लेकिन ‘स्मार्ट सिटी’ और ‘नमामि गंगे’ परियोजना के तहत मिली धनराशि का अभी भी काफी कम इस्तेमाल किया गया है।

उन्होंने कहा कि इन योजनाओं के तहत छह जल-मल शोधन संयंत्र (एसटीपी) और पांच नए सीवरेज नेटवर्क को मंजूरी दी गई थी लेकिन 11 परियोजनाओं में से केवल चार ही पूरी हो पाई हैं।

रमेश ने कहा कि वर्तमान में पटना के सभी एसटीपी संयुक्त रूप से शहर के दैनिक अपशिष्ट के केवल आधे हिस्से को ही उपचारित करने की क्षमता रखते हैं जिसके परिणामस्वरूप अपशिष्ट पदार्थ का एक बड़ा हिस्सा सीधे गंगा नदी में छोड़ा जा रहा है।

उन्होंने कहा कि 2016 में मंजूरी मिलने के आठ साल बाद भी ऐसे कोई संकेत नहीं हैं कि बिहटा हवाईअड्डा कभी बनेगा, लेकिन गुजरात तथा उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों को उड़ान योजना के तहत खूब हवाई अड्डे मिले हैं जबकि बिहार पीछे रह गया।

रमेश ने कहा, ‘‘इसी महीने ही खबर आई थी कि पटना में नीट-यूजी का प्रश्नपत्र लीक हो गया था। मोदी सरकार के कार्यकाल में प्रश्नपत्र लीक होना एक नियमित घटनाक्रम बन गया है। पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश में भी भाजपा का ही शासन है, जहां 40 से अधिक प्रश्नपत्र लीक हुए हैं और गुजरात तो प्रश्नपत्र लीक होने की राजधानी के रूप में उभरा है, जहां से पूरे देश में प्रश्नपत्र लीक की साजिश रची जाती है।’’

उन्होंने कहा कि कांग्रेस के न्याय पत्र ने प्रश्नपत्र लीक से मुक्ति की गारंटी दी है, जिसमें इसे रोकने के लिए एक संस्थान की स्थापना, नीति निर्माण, प्रश्नपत्र लीक से जुड़े मामलों में फैसले के लिए फास्ट ट्रैक अदालत और सभी पीड़ितों को आर्थिक मुआवजा देना शामिल है।

कांग्रेस नेता ने कहा कि वर्ष 2017 में प्रधानमंत्री मोदी ने पटना विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा देने के नीतीश कुमार के अनुरोध को खारिज कर दिया था, जबकि बिहार के लोग इसकी लंबे समय से मांग कर रहे हैं।

काराकाट सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ने के कारण हाल ही में भाजपा से निष्कासित किए गए भोजपुरी अभिनेता पवन सिंह ने प्रधानमंत्री की काराकाट में जनसभा के मद्देनजर सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कल रात में टिप्पणी करते हुए कहा, ‘‘खबर आ रही है कि कल देश के प्रधानमंत्री आदरणीय नरेन्द्र मोदी जी डेहरी में आयोजित जनसभा में ‘डालमिया नगर’ में बंद पड़ी फैक्टरी को फिर से चलाने की घोषणा करने जा रहे हैं। अगर ऐसा होता है तो हमारे वचन पत्र का एक वचन चुनाव से पहले ही पूरा हो जायेगा। काराकाट लोकसभा क्षेत्र के लोगों की तरक्की ही मेरी असली जीत है।’’

बिहार भाजपा ने राज्य की काराकाट लोकसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ने पर भोजपुरी अभिनेता पवन सिंह को पार्टी से 22 मई को निष्कासित कर दिया था।

राष्ट्रीय लोक मोर्चा के अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) उम्मीदवार के रूप में काराकाट सीट से चुनाव लड़ रहे हैं।

पवन सिंह पश्चिम बंगाल के आसनसोल से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ने से इनकार करने के बाद काराकाट से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनावी मैदान में उतरे हैं।