नयी दिल्ली, 23 मई (भाषा) इस लोकसभा चुनाव में हर चुनाव की तरह मतदाताओं से जुड़ने और उम्मीदवारों तथा पार्टियों का गुणगान करने के लिए स्थानीय बोलियों और मुहावरों वाले लोकगीतों और पैरोडी का भरपूर प्रयोग किया जा रहा है।
दिल्ली में भी लोकसभा चुनाव में मतदाताओं को रिझाने के लिए ऐसे गीत सुने जा सकते हैं। इन गीतों में हिंदी और भोजपुरी से लेकर हरियाणवी और पंजाबी तक राष्ट्रीय राजधानी की भाषाई और सांस्कृतिक विविधता प्रतिबिंबित होती है जहां देश के सभी हिस्सों के लोग रहते हैं।
इसी तरह के एक हरियाणवी गीत के बोल हैं, ”फिर से मोदीजी की सरकार देखना चाहूसू”। यह गीत भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवारों की रैलियों में खूब बज रहा है।
नई दिल्ली संसदीय सीट से भाजपा की उम्मीदवार बांसुरी स्वराज के प्रचार के दौरान भी एक गीत की धुन बजाई जा रही हैं जिसमें उनकी मां और दिवंगत पार्टी नेता सुषमा स्वराज को श्रद्धांजलि दी गई है और इसमें मतदाताओं को भावनात्मक रूप से जोड़ने का प्रयास किया गया है।
इस गीत के बोल हैं, ‘‘मोदीजी को जिताना है, बांसुरीजी को लाना है। सुषमाजी की परछाईं को आगे लेकर जाना है।’’
कांग्रेस ने कन्हैया कुमार को उत्तर पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट से मैदान में उतारा है, जहां उनका मुकाबला भाजपा उम्मीदवार मनोज तिवारी से है|
ऐसा लगता है कि भोजपुरी अभिनेता और गायक तिवारी तथा कुमार के बीच यह चुनावी मुकाबला संगीत के माध्यम से भी लड़ा जा रहा है।
लोगों का समर्थन जुटाने का प्रयास करते हुए मनोज तिवारी ने भोजपुरी सहित अन्य भाषाओं में गीत जारी किए हैं। जैसे ‘‘एक बार फिर से मनोज भैया के अपनाई लिहा हो, मोदीजी को जिताई दिया हो|’’
वहीं कन्हैया कुमार के प्रचार अभियान में फिल्म ‘ओंकारा’ के एक गीत की तर्ज पर ‘‘धम धम धरम धरैया रे, देखो आया कन्हैया रे’’ बज रहा है।
दिल्ली के सात संसदीय क्षेत्रों में लोकसभा चुनाव के छठे चरण के तहत 25 मई को मतदान होगा और चुनाव प्रचार आज शाम को थम जाएगा।
आम आदमी पार्टी का गाना, ”जेल के जवाब में हम वोट देंगे” भी खूब बज रहा है। इसका उद्देश्य दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी पर उनके समर्थकों के गुस्से को वोटों में बदलना है।
केजरीवाल ने बुधवार को अपने ‘एक्स’ अकाउंट पर अनमोल गगन मान द्वारा गाए एक गीत को अपने प्रचार अभियान के लिए साझा किया था।
गाने के बोल हैं, ”देश को बचाने आया, बच्चों को पढ़ाने आया, गरीबों का वो मसीहा, वो है केजरीवाल|’’