नयी दिल्ली, 20 मई ( भाषा ) भारत के शीर्ष युगल खिलाड़ी रोहन बोपन्ना पेरिस ओलंपिक में एन श्रीराम बालाजी या युकी भांबरी के साथ जोड़ी बनायेंगे और अखिल भारतीय टेनिस संघ (एआईटीए) से उसे मंजूरी मिलना तय है ।
विश्व युगल रैंकिंग में चौथे स्थान पर काबिज 44 वर्ष के बोपन्ना शीर्ष दस में होने के कारण अपना जोड़ीदार चुन सकते हैं ।
पेरिस ओलंपिक में पुरूष युगल ड्रॉ में 32 टीमें होंगी जिसमें से एक देश अधिकतम दो टीमें रख सकता है । क्वालीफिकेशन मानदंडों के तहत शीर्ष दस में शामिल खिलाड़ी अपना जोड़ीदार चुन सकते हैं जो एटीपी या डब्ल्यूटीए रैंकिंग में शीर्ष 300 के भीतर होना चाहिये ।
फ्रेंच ओपन के बाद 10 जून की रैंकिंग क्वालीफिकेशन के लिये मान्य होगी ।
एआईटीए सूत्रों के अनुसार बोपन्ना ने पेरिस ओलंपिक के लिये उनके जोड़ीदार के तौर पर टारगेट ओलंपिक पोडियम योजना (टॉप्स ) में शामिल करने के लिये एआईटीए को बालाजी और भांबरी का नाम भेजा है ।
एआईटीए महासचिव अनिल धूपर ने पीटीआई से कहा ,‘‘ आम तौर पर खिलाड़ी अपना जोड़ीदार खुद चुनता है । चयन समिति उससे विकल्प पूछेगी और उस पर बात की जायेगी । रोहन जिसके साथ भी खेलना चाहेगा, उस पर विचार किया जायेगा ।’’
बालाजी ने हाल ही में जर्मनी के आंद्रे बेजेमैन के साथ कैगलियारी चैलेंजर टूर्नामेंट जीता था । वहीं भांबरी ने फ्रांस के अलबानो ओलिवेत्ती के साथ अप्रैल में म्युनिख में एटीपी 250 टूर्नामेंट जीता और इस महीने बोर्डो चैलेंजर के सेमीफाइनल में पहुंचे ।
भारतीय टेनिस में ओलंपिक या बहु खेल आयोजनों में नामांकन को लेकर हमेशा विवाद रहा है । वर्ष 2012 में महेश भूपति और बोपन्ना दोनों ने लिएंडर पेस के साथ खेलने से इनकार कर दिया था जिसके बाद पेस ने विष्णु वर्धन को जोड़ीदार बनाया था ।
इसके बाद मिश्रित युगल में सानिया मिर्जा को पेस के साथ खेलने के लिये कहा गया लेकिन देश की शीर्ष महिला खिलाड़ी सानिया ने पेस को तसल्ली देने के लिये उनका इस्तेमाल करने पर एआईटीए को आड़े हाथों लिया था ।
एशियाई खेल 2018 में पेस ने दो दिन पहले यह कहकर नाम वापिस ले लिया था कि एआईटीए ने उन्हें विशेषज्ञ जोड़ीदार नहीं दिया है । एआईटीए ने बोपन्ना का जोड़ीदार दिविज शरण को बनाया था जिससे पेस को एकल खिलाड़ी के साथ खेलना पड़ा ।
बोपन्ना का यह ओलंपिक पदक जीतने का आखिरी मौका होगा जो 2016 रियो खेलों में मिश्रित युगल में सानिया के साथ पदक से चूक गए थे ।