भाजपा ने मालीवाल को ‘ब्लैकमेल’ कर केजरीवाल के खिलाफ साजिश में शामिल किया : आप
Focus News 18 May 2024नयी दिल्ली, 18 मई (भाषा) आम आदमी पार्टी (आप) नेता आतिशी ने शनिवार को दावा किया कि उनकी पार्टी की सांसद स्वाति मालीवाल अवैध भर्ती मामले में गिरफ्तारी का सामना कर रही हैं और उन्हें भारतीय जनता पार्टी ने ‘ब्लैकमेल’ कर मुख्यमंत्री केजरीवाल के खिलाफ साजिश का हिस्सा बनाया।
मालीवाल ने अरविंद केजरीवाल के सहयोगी बिभव कुमार पर मारपीट का आरोप लगाया है। आतिशी ने कहा कि कुमार द्वारा मालीवाल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराए 24 घंटे हो गए हैं और पुलिस ने अभी तक प्राथमिकी दर्ज नहीं की है। उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली पुलिस ‘भाजपा का हथियार’ है और राष्ट्रीय राजधानी में लोकसभा चुनाव से पहले केजरीवाल को निशाना बना रही है।
इसके जवाब में दिल्ली भाजपा ने आप नेताओं पर मालीवाल की छवि खराब करने के लिए काटछांट करके तैयार किये गये ‘संपादित’ वीडियो प्रसारित करने का आरोप लगाया।
दिल्ली सरकार में कैबिनेट मंत्री आतिशी ने ‘पीटीआई-वीडियो’ से बातचीत में आरोप लगाया कि मालीवाल सोमवार को मुलाकात का समय लिये बिना मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास पर पहुंचीं।
आतिशी ने कहा, ‘‘वह अंदर क्यों गईं? वह मुलाकात का समय लिये बिना मुख्यमंत्री के आवास पर क्यों पहुंचीं? उस दिन अरविंद केजरीवाल व्यस्त थे और उनसे नहीं मिले। अगर वह उस दिन उनसे मिले होते, तो बिभव कुमार के खिलाफ लगाए गए आरोप उनके (केजरीवाल के) खिलाफ लगाए जा सकते थे।’’
उन्होंने कहा कि मालीवाल को भाजपा ने इस ‘साजिश’ का चेहरा बनाया है।
उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा का एक ‘पैटर्न’ है। पहले वे मामले दर्ज कराते हैं और फिर नेताओं को जेल भेजने की धमकी देते हैं। स्वाति मालीवाल अवैध भर्ती मामले में आरोपों का सामना कर रही हैं, भ्रष्टाचार निरोधक शाखा ने इस संबंध में मामला दर्ज किया है। एक प्राथमिकी दर्ज की गई है और इस स्थिति में उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है।’’
आप नेता ने आरोप लगाया, ‘‘भाजपा ने मालीवाल को ‘ब्लैकमेल’ किया और उन्हें इस साजिश का चेहरा बनाया।’’
आप सांसद स्वाति मालीवाल ने आरोप लगाया है कि कुमार ने सोमवार को केजरीवाल के आधिकारिक आवास पर उनके साथ मारपीट की लेकिन पार्टी ने आरोपों को ‘निराधार’ बताते हुए खारिज कर दिया था।
दिल्ली पुलिस ने बृहस्पतिवार को मालीवाल पर कथित हमले के संबंध में प्राथमिकी दर्ज की और कुमार को केजरीवाल के आवास से शनिवार को गिरफ्तार कर लिया।
आतिशी ने कहा कि अगर दिल्ली पुलिस निष्पक्ष है तो उसे मालीवाल के खिलाफ कुमार की शिकायत पर भी प्राथमिकी दर्ज करनी चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘क्या दिल्ली पुलिस मालीवाल के खिलाफ अनधिकृत प्रवेश, सुरक्षा के उल्लंघन और एक सरकारी कर्मचारी को उसके कर्तव्य के पालन से रोकने का मामला दर्ज करेगी? अगर दिल्ली पुलिस निष्पक्ष है, तो उसे बिभव की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज करनी चाहिए। क्या वह बिभव की शिकायत पर उसी तरह से कार्रवाई करेगी जिस तरह से मालीवाल की शिकायत पर की गई?
आतिशी ने कहा कि मालीवाल के कॉल रिकॉर्ड की जांच और विश्लेषण किया जाना चाहिए (यह देखने के लिए) कि वह किन भाजपा नेताओं के संपर्क में थीं।
इस बीच, घटना के दिन का मालीवाल का एक और कथित वीडियो इंटरनेट पर सामने आया है। इस वीडियो में एक महिला सुरक्षाकर्मी मालीवाल को हाथ पकड़कर केजरीवाल के आवास से बाहर ले जाती हुई दिखाई दे रही है, लेकिन जैसे ही वे मुख्य द्वार से बाहर निकलती हैं, मालीवाल सुरक्षाकर्मियों की पकड़ से अपना हाथ छुड़ा लेती हैं।
मुख्यमंत्री आवास का पहला वीडियो शुक्रवार को सोशल मीडिया पर सामने आया जिसमें मालीवाल सुरक्षाकर्मियों के साथ बहस करती नजर आ रही हैं। इसके बाद आतिशी ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि दूसरे वीडियो से पता चलता है कि मालीवाल द्वारा लगाए गए आरोप ‘झूठे’ हैं।
स्वाति मालीवाल ने शिकायत में लिखा है कि वह चलने में असमर्थ थीं और हमले के बाद दर्द से चिल्ला रही थीं। उन्होंने लिखा कि उनका सिर टेबल से टकराया और उन्हें चोटें आईं।
आतिशी ने कहा कि केजरीवाल के आवास के दरवाजे के सीसीटीवी फुटेज से पता चलता है कि मालीवाल ठीक से चल रही थीं और उन्होंने एक महिला पुलिस अधिकारी को धक्का दे दिया, उन्हें ठीक से चलते हुए देखा जा सकता है, उनके कपड़े फटे नहीं हैं और वह लंगड़ाकर नहीं चल रही हैं।
मंत्री ने कहा कि कुमार ने शुक्रवार को तीस हजारी अदालत में एक आवेदन दायर कर प्राथमिकी की प्रति की मांग की थी। उन्होंने कहा, ‘‘कल अदालत पुलिस से प्राथमिकी की प्रति जमा करने के लिए कहती रही लेकिन पुलिस ने प्रति जमा नहीं की। आज पुलिस ने अर्जी दाखिल कर कहा कि प्राथमिकी बेहद संवेदनशील है और वे इसे आरोपी के साथ साझा नहीं कर सकते।’’
उन्होंने कहा,‘‘ भाजपा की पुलिस कह रही है कि हम इसे अदालत और आरोपियों को नहीं दे सकते। प्राथमिकी पिछले दो दिनों से मीडिया के पास है लेकिन इसे आरोपियों के साथ साझा नहीं किया जा सकता है। इससे पता चलता है कि यह साजिश भाजपा की ओर से उच्चतम स्तर पर रची जा रही है।’’
आतिशी ने मालीवाल की मेडिकल जांच में देरी पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने मेडिकल (जांच) कराने में देरी क्यों की? कल सामने आए वीडियो में वह पुलिसकर्मियों से कह रही हैं कि उनकी नौकरी छीन लेंगी। वह उन्हें ऊंची आवाज में चुनौती दे रही हैं। लेकिन यह देश में चिकित्सकीय अनुसंधान का विषय है कि चोटों का असर तीन दिनों के बाद दिखाई दे रहा है।’’
दिल्ली पुलिस बृहस्पतिवार को प्राथमिकी दर्ज करने के बाद मालीवाल को आधी रात को दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में मेडिकल जांच के लिए ले गई। वह तड़के करीब सवा तीन बजे अस्पताल से बाहर आईं।
मेडिकल रिपोर्ट के अनुसार मालीवाल के बाएं पैर के पिछले हिस्से में लगभग 3×2 सेंटीमीटर आकार के और दाहिनी आंख के नीचे गाल पर लगभग 2×2 सेंटीमीटर आकार के चोट के निशान हैं।
आप पर निशाना साधते हुए दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि यह अफसोसजनक है कि आम आदमी पार्टी की सदस्य मालीवाल को ‘बदनाम’ करने की कोशिश में शुक्रवार से सोशल मीडिया समूहों पर काटछांट करके तैयार किये गये ‘संपादित’ वीडियो प्रसारित किए जा रहे हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि अब जब कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है तो आप की राजनीति के कई ‘गंदे पन्ने’ सार्वजनिक हो जायेंगे।
घटना की जांच के तहत दिल्ली पुलिस शुक्रवार को अपराध के दृश्य का नाट्यरूपांतरण करने के लिए मालीवाल को केजरीवाल के आवास पर ले गई। तीस हजारी अदालत में मजिस्ट्रेट के सामने उनका बयान भी दर्ज किया गया।